कहाँ जा छिपे हो जाकर के कान्हा । अब तक मिला नहीं हमको ठिकाना। जब से गये हो यहाँ से पाती ना पढ़ाई। तेरी याद में झेलें भारी हम तबाई। शोभा न देता प्यारे यों छिप के जाना। अब तक मिला नहीं हमको ठिकाना।। तिनका न खायें गऊएं भारी तडफड़ायें। तेरी याद में गोपी खाना
मेरी जो लाज है बाबा तेरे हाथ है, दुखियाँ गरीब की बाबा फर्याद है, आंधी तूफ़ान आये नाइयाँ हिचकोले खाये, तेरे भरोसे बैठा नैया न दुब जाए, अंधरै रात है ना कोई साथ है, दुखियाँ गरीब की बाबा फर्याद है, मेरी जो लाज तेरे हाथ….. हम तो कमजोर है तेरा ही जोर है, दुनिया में
लाल लंगोटे वाले अंजनी के लाल प्यारे कबसे खड़ा में तेरे द्वारे म्हारी विनती सुनलो कब से खडा में तेरे द्वारे सालासर वाले कब से खड़ा में तेरे द्वारे मेहंदीपुर वाले कब से खड़ा में तेरे द्वारे काटो संकट विकट खोलो पट झपट जपु में नाम साँझ सवेरे लाल लंगोटे वाले अंजनी के लाल प्यारे
टेर:- आओ भाई सब मिलकर बोलो राम-राम-राम गर्भवास में कौल किया था, समरुँगा यह बोल दिया था। बाहर आकार भूल्यो हरि को नाम-नाम-नाम॥1॥ मात-पिता बन्धु सुत दारा, स्वार्थ है जब तू लगता प्यारा। बात न पूछे जब हो जावे बे काम काम काम॥2॥ जिसके खतिर पाप कमावै , धरणी-धन यहाँ ही रह जावै। देख नजर
ॐ शिव ॐ शिव ॐ शिव ॐ शिव ॐ शिव ॐ शिव रटता जा। नमः शिवाय नमः शिवाय, नमः शिवाय भजता जा॥ शिव शंकर कैलाशपति है, अंग वभूति रमाते है। जटाजूट में गंग बिराजे, गंगाधर को रटता जा॥ …नमः शिवाय भांग धतुरा भोग लागत है, गले सर्पों की माला रे। नंदी की असवारी सोहे, नन्दीश्वर
मेरी हर मुश्किल का हल, बन जाता तू ही है, उलझन भी मेरी हर पल, सुलझाता तू ही है, मेरा तो बस श्याम, सहारा तू ही है, मेरा तो बस श्याम, सहारा तू ही है।। ऐसा साथी मिलना तो, है किस्मत की बात, अब काहे का डरना बाबा, जब तू मेरे साथ, जबतक मेरे तन
मतलब की इस दुनिया से मुझको तो नफरत है, ओ सँवारे, मुझे तेरी जरुरत है, जैसे जैसे काम तूने किए मेरे बाबा, मैं ही तो बस जानू ये, तेरे सिवा दुनिया में कोई न हमारा, मैं ही तो बस जानू ये, सांवरिया..मैं ही तो बस जानू ये खाटू वाले श्याम धनि से, मुझको मोहब्बत है,
वीर हनुमाना अति बलवाना, राम नाम रसियो रे, प्रभु मन बसियो रे जो कोई आवे, अरज लगावे, सबकी सुनियो रे, प्रभु मन बसियो रे वीर हनुमाना अति बलवाना… बजरंग बाला फेरू थारी माला, संकट हरियो रे, प्रभु मन बसियो रे वीर हनुमाना अति बलवाना… ना कोई संगी, हाथ की तंगी, जल्दी हरियो रे, प्रभु मन