छायें गम के अँधेरे भी हो, मेरी कश्ती भंवर में भी हो, मेरी मंजिल मेरा श्याम है, श्याम प्रेमी को विश्वास है, हर कदम पे मेरे साथ है, श्याम प्रेमी को विश्वास है, छाए गम के अँधेरे भी हो, मेरी कश्ती भंवर में भी हो। सारी दुनिया ने धोंखे दिए, श्याम तुमने ये जीवन दिया,
रखी चरना दे कोल माएं नी मेरा होर ना कोई, बोल दे मिठड़े बोल माएं नी मेरा हो ना कोई, रखी चरना दे कोल… दर दर फिरियाँ सहारा नहियो मिलिया, जिन्दगी दी बेडी नु किनारा नहियो मिलिया, हो गया डावाडोल माएं नी मेरा होर न कोई। रखी चरना दे कोल… इक वारि जो भी तेरे
निकल न जाए हाथ से तेरे मौका ये अनमोल जय माता दी बोल बंदे जय माता दी बोल आके देख ले सजा दरबार अम्बे रानी का सुख वरदानी का जग कल्याणी का देती छप्पर फाड़ के मैया झोली ले तू खोल जय माता दी बोल बंदे जय माता दी बोल कौन जाने कब नसीबा बदल
होकर लीले पे सवार, हो… आजा सांवरिया सरकार थारी ज्योति जगाई जी, जगाई ओ थारी ज्योत जगाई जी होके लीले पर सवार….. घणा दिन सु आश लग रही, मन में चाव हे भारी, आंगनिये पधारो बाबा, बाट उडीका थारी, थारे आया बणसी बात, आकर रख दो सर पर हाथ, थारी ज्योत जगायीजी …… दुःख सुख
शनि मंदिर चलो रे आज शनिवार है (शनि मंदिर चलो रे आज शनिवार है) शनि मंदिर चलो रे आज शनिवार है (शनि मंदिर चलो रे आज शनिवार है) शनि मंदिर चलो रे आज शनिवार है (शनि मंदिर चलो रे आज शनिवार है) शनि मंदिर चलो, शनि मंदिर चलो। शाम वर्ण शनि चक्र भुजी है अस्त्र-शस्त्र
म्हारे कीर्तन मे रस बरसाओ -2 आओ जी गजानन आओ। ॐ गण गणपतये नमो नमः श्री सिद्धिविनायक नमो नमः अष्टविनायक नमो नमः गणपती बाप्पा मोरया रणत भंवर से आओ जी ग रिद्धि सिद्धि ने संग प्रभु लाओ । आओ जी गजानन आओ… पार्वती के पुत्र गजानन, भोले शंकर के मन भाओ । आओ जी गजानन
आर बाबा पार बाबा, म्हारे घरा आओ एक बार बाबा, सुन्दर तेरी छवि प्यारी, जाऊं मैं तो वारी वारी, करके लीले की असवारी मेरे श्याम… म्हारे मन में घणो चाव थे म्हारे घरा भी आओ, म्हें थारा श्रृंगार करां थे सज धज के इतराओ, फूला रो मैं हार बनावां थाने जचां जचां पेहरावां, सोना सा
जय हो जय हो शंकरा, (भोलेनाथ शंकरा) आदि देव शंकरा, (हे शिवाय शंकरा) तेरे जाप के बिना, (भोलेनाथ शंकरा) चले ये साँस किस तरह, (हे शिवाय शंकरा) मेरा कर्म तू ही जाने, क्या बुरा है क्या भला तेरे रास्ते पे मैं तो, आँख मूँद के चला तेरे नाम की, जोत ने, सारा हर लिया तमस