जिसके हृदय में हरि सुमिरण होगा, उसका सफल क्यों ना जीवन होगा, भक्त को भगवान का चिंतन होगा, उसका सफल क्यों ना जीवन होगा॥ सच्ची धारणा से प्रह्लाद ने जो ध्याया था, खम्बे से हरि जी का दर्शन पाया था, कहते है जिसको दर्शन होगा, (कहते है जिसको दर्शन होगा) उसका सफल क्यों ना जीवन
है भोलेनाथ की शादी, हम तो नाचेंगे है भोलेनाथ की शादी, हम तो नाचेंगे पिया है भंग बजी है बिट, चढ़ी है मस्ती गायेंगे गीत, छोड़ के सारी फिकरा, खुशियाँ बाँटेंगे। है भोलेनाथ की शादी, हम तो नाचेंगे है भोलेनाथ की शादी, हम तो नाचेंगे दुल्हन बनी है गौर मैया, नंदी पे हैं शंकर… शम्भो
जिस घर में कीर्तन राम रो बाबो आवे दौड़ो, बाबो आवे दौड़ो अरे रे बजरंग आवे, भाई रे हनुमत आवे दौड़ो, जिस घर में… जिस घर में कीर्तन प्रेम रो बाबो आवे दौड़ो 1. पवन री चाल चाले, वीर हनुमान चाले, भक्ता री सुनकर के आवे पुकार (बोलो बजरंग बलि की जय ) राम जी
छोड़ के सारी दुनिया, आया मैं तेरे दर पर, सतगुरु मेहर कर, सतगुरु मेहर कर… मुझमे भी बहुत अवगुन हैं, मैं गुनहगार हूँ, उजड़ा पड़ा जो बरसों से, मैं वो दयार हूँ, हर पल लगता है डर… सतगुरु मेहर कर.. तूफानों में है मेरी कश्ती, मुझसे दूर किनारा, मैं और पुकारूँ किसको, बिन तेरे कौन
मुझे शिव को मनाना है जरा देर लगेगी, फिर जल भी चढ़ाना है जरा देर लगेगी(२) कांवड़ को सजा के हरिद्वार से लाऊंगा, गंगा में नहाना है, जरा देर लगेगी, फिर जल भी चढ़ाना है जरा देर लगेगी। मुझे शिव को मनाना है जरा देर लगेगी(२) नंगे पावो चलकर पूरा करके आयूंगा, मुझे वादा निभाना
जीवन बहता पानी रे, प्राणी काहे करे तूँ गुमान रे। करे तू गुमान रे, अरे इंसान रे॥ दो दिन की जिंदगानी रे, प्राणी काहे, करे तूँ गुमान रे। जीवन बहता पानी रे, प्राणी काहे, करे तूँ गुमान रे॥ धन और दौलत, बड़ा ही कमाया, इस माया ने, हरि को भुलाया, माया तो, आनी है जानी
सामने आओगे या आज भी परदा होगा-२ रोज ऐसा ही अगर होगा तो कैसा होगा-२ सामने आओगे या आज भी परदा होगा। मौत आती है तो आ जाये कोई गम ही नहीं-२ वो भी तो आएगा, जो मेरा मसीहा होगा, सामने आओंगे या आज भी परदा होगा। मैंने मोहन को बुलाया है वो आता होगा-२
संतो सुरगा सु आयो संदेश, बुलावो आग्यो राम को, ओ बुलावो आग्यो राम को। एक मिनट प्रभु माने दीज्यो, तो करा बेटा से बात, अलमारी में पैसा पड़िया, आपस में लीज्यो थे तो बाट। बुलावो आग्यो राम को, ओ संतो सुरगा सु आयो संदेश, बुलावो आग्यो राम को। दुसरो मिनट प्रभु माने दीज्यो, म्हे करा
ओ मेरी लक्ष्मी माता जग में माया तेरी अपरम्पार, शाम सवेरे आप की पूजा करता है सारा संसार, ओ मेरी लक्ष्मी माता जग में माया तेरी अपरम्पार… के माँ प्रगत हुई सागर से प्यारी तुम विष्णु भगवान की, इस दुनिया में सब को लालच आप के ही वरदान की, इक इशारा कर दे आप को
मोहे ब्रज की धुल बना दे, लाड़ली श्री राधे, स्वामिनी श्री राधे, मोहे ब्रज की धूल बना दे, लाड़ली श्री राधे।। मैं साधन हिन किशोरी जी, दीनन में दीन किशोरी जी-२ मेरे सोये भाग्य जगा दे, लाड़ली श्री राधे, मोहे ब्रज की धूल बना दे, लाड़ली श्री राधे।। अज्ञानी अभागिन हूँ दासी, अखियाँ दर्शन को