जय धरती माँ, जय गौ माता, गूंज रहा है मंत्र महान्। सुखद सुमंगल विश्व कामना, जीव मात्र का हो कल्याण। जय धरती माँ, जय गौ माता। गौ की सेवा स्वयं प्रभु भी, करके कहलाये गोपाल। हल को धारे चले तपस्वी, युग – युग से धरती के लाल। माँ सृष्टि से पावन नाता, आनन्दित करते रसपान।
बम बम भोला, बम बम भोला, कह साधु कह गए कबीरा। क्या तेरा क्या मेरा कबीरा, सारा ये खेल है तकदीरों का, क्या तूने ले जाणा, सब यहीं रह जाणा, गंगा किनारे चल जाणा, मिटटी है मूरत, जींद है निमाणी, गंगा किनारे चल जाणा, मुड़ के फिर नहीं आना। ये जीवन तेरा लकड़ी का पुतला-२
मेरी क़िस्मत का सितारा, आपके हाथों में है। आपके हाथों में है आपके हाथों में है। मेरी क़िस्मत का सितारा… क्यूँ करूँ चिंता फ़िकर मैं, ज़िंदगी के खेल की। कौन जीता कौन हारा, आपके हाथों में है। मेरी क़िस्मत का सितारा… कर दिया तेरे हवाले, मैंने अपने आप को। ठुकरा दो या दो सहारा, आपके
एक भोला भगत बालाजी महाराज से अरदास कर रहा है की बाबा आपको में कैसे रिझाऊ। मैं हर पल हर क्षण आपका सुमिरन कर रहा हूँ। अब तो बाबा मेरी अरदास सुन लो। अगर आप भी बाबा को अरदास करना चाहते हो तो इस भजन के माध्यम से बाबा को जरूर हाजरी लगाएं। जय श्री
ये भगवा रंग, रंग रंग, जिसे देख जमाना हो गया दंग, जिसे ओढ़ के नाचे रे बजरंग, मुझे चढ़ गया भगवा रंग रंग, मुझे चढ़ गया भगवा रंग रंग॥ ये भगवा रंग है ऋषि मुनि, और संतो का, हिन्द के वीर बलियो का, और महंतो का, मुझें चढ़ गया भगवा रँग रंग, मुझें चढ़ गया
रमता रमता आवो देवी माँ, जागण दीराऊ थारे नाम रो॥ सिंघ सवारी आवो देवी माँ, ज्योत जगावा थारे नाम री, रमता रमता आवो देवी माँ, जागण दीराऊ थारे नाम रो॥ है कर सिंगार आवो देवी माँ, गेना घडाऊ थारे नाम रो, रमता रमता आवो देवी मां, जागण दीराऊ थारे नाम रो॥ ढोल नगारा झालर री
हेलो आयो रे साथीड़ा, बाबो श्याम बुलायो रे, हेलो आयो रे।।2।। श्याम बुलायो, श्याम बुलायो, श्याम बुलायो रे। हेलो आयो रे… हेलो आयो रे.. खाटू की नगरी म, बाबा श्यामधणी को ठीडो रे।।2।। ज्याँसु मिलने की खातिर, यो मनड़ो ललचायो रे। हेलो आयो रे। हेलो आयो रे साथीड़ा, बाबो श्याम बुलायो रे, हेलो आयो रे।।2।।
कोई कहे तू काशी में है, कोई कहे कैलाश। जब जब तुझे पुकारा बाबा, तू था मेरे पास। तेरे बल से मैं बलवान, बाबा तू मेरा भगवान, तेरे चरनो में ही रहना, जब तक मेरे तन में प्राण। मेरे बाबा मेरे बाबा, मेरे बाबा भोले बाबा, मेरे बाबा मेरे बाबा, मेरे बाबा भोले बाबा। मेरी
बजा दे ढोलक तू ढोलकियाँ छमा छम नाचे लांगुरिया। जगराते की रात है आई सब के मन में खुशिया छाई, तेरे दया से महरानी आज सजा दरबार, भजा दे ढोलक तू ढोलकियाँ छमा छम नाचे लांगुरिया॥ रूप सलोना धार के बैठी लागि सूंदर प्यारी, लंगर भरो कर अज्ञानी हो रही जय जय कार, बजा दे
हार की कोई चिंता नहीं, पग-पग होगी जीत, लगी रे मेरी सांवरिया से प्रीत। श्याम श्याम को नगमा गाये ये जीवन संगीत, लगी रे मेरी सांवरिया से प्रीत। मौज से होने लगा गुजारा, बाबा ने हर काम सवारा, सन मुख मिलता खड़ा संवारा, जब जब उसको मन से पुकारा, देता नहीं विश्वास टूटने, खाटू नरेश