आओ आओ गजानन आओ

आओ आओ गजानन आओ, आके भक्तों का मान बढ़ाओ।। आओ आओ गजानन आओ, आके भक्तों का मान बढ़ाओ।। ॐ गण गणपतये नमो नमः, श्री सिद्धिविनायक नमो नमः, अष्टविनायक नमो नमः, गणपती बप्पा मोरया। भोले शंकर के पुत्र गजानन, गौरा मैया के पुत्र गजानन, आके भक्तों के मन को भाओ, आके भक्तों का मान बढ़ाओ। आओ

ॐ जय गौरी नंदा प्रभु जय गौरी नंदा

ॐ जय गौरी नंदा, प्रभु जय गौरी नंदा, गणपति आनंद कंदा, गणपति आनंद कंदा, मैं चरणन वंदा, ॐ जय गौरी नंदा।। ◾️ सूंड सूंडालो नयन विशालो, कुण्डल झलकंता, प्रभु कुण्डल झलकंता, कुमकुम केसर चन्दन, कुमकुम केसर चन्दन, सिंदूर बदन वंदा, ॐ जय गौरी नंदा।। ॐ जय गौरी नंदा, प्रभु जय गौरी नंदा, गणपति आनंद कंदा,

दुनिया के रंग रूप में क्यों हो गया मगन।

दुनिया के रंग रूप में, क्यों हो गया मगन, आजा आजा आजा शरण, ले पकड़ माँ के चरण।। श्लोक – हे जगत जननी, भवानी शारदे, माँ हमें भी ज्ञान का भंडार दे, तेरे सेवक सुर असुर नर और मुनि, तेरी सेवा सेवको को तार दे, मुझको भी चरणों की सेवा में लगा, माँ मै नहीं

​देवा हो देवा गणपति देवा तुमसे बढ़कर कौन

​देवा हो देवा, गणपति देवा, तुमसे बढ़कर कौन, स्वामी तुमसे बढ़कर कौन। और तुम्हारे भक्तजनों में, हमसे बढ़कर कौन, हमसे बढ़कर कौन।। ◾️ अद्भुत रूप ये काया भारी, महिमा बड़ी है दर्शन की, प्रभु महिमा बड़ी है दर्शन की। बिन मांगे पूरी हो जाए, जो भी इच्छा हो मन की प्रभु जो भी इच्छा हो

सुणो हे माँ टाबरियो री आशा मनसा पुरो हो।

सुणो हे माँ टाबरियो री, आशा मनसा पुरो हो, घरे आवो गवरल माँ, हो देवो दरश दिखाए, थारे बिन जग सुनो सुनो, लागे मोरी माय।। ◾️घेर घुमेलो थारो घाघरो ये, मेहन्दी रचियोड़ा हाथ, मेहन्दी रचियोड़ा हाथ, तारा जड़ी चुन्दडी रंग लाल, मन लियो मोए, मैया तारा जड़ी चुन्दडी रंग लाल, मन लियो मोए, सुणो हे

पर्वत की चोटी चोटी पे ज्योति ज्योति दिन रात जलती है।

पर्वत की चोटी चोटी पे ज्योति, ज्योति दिन रात जलती है, पर्वत की चोटी चोटी पे ज्योति, ज्योति दिन रात जलती है, झिलमिल सितारों की, ओढ़े चुनर माँ, शेर पे सवार मिलती है।। ◾️लाल चुनरिया लाल घगरिया, माँ के मन भाए, लाल लांगुरिया लाल ध्वजा, मैया की लहराए, करे नजरिया जिसपे मैया, भाग्य चमक जाए,

रहने दो भोले हमे चरणों की छाँव में।

रहने दो भोले हमे चरणों की छाँव में, अपने भजन में लगाए रखना, भोले जी, भोले जी, रहने दो बाबा हमे चरणों की छाँव में, अपने भजन में लगाए रखना, भोले जी, भोले जी।। ◾️मेरे इस दिल में सदा तेरी लगन हो, मुख में ऐ भोले दानी तेरे भजन हो, इसके सिवा दूजी कोई मांग

मैं तो शिव की पुजारन बनूँगी।

मैं तो शिव की पुजारन बनूँगी, अपने भोले की जोगन बनूँगी, मैं तो शिव की पुजारन बनूँगी, अपने भोले की जोगन बनूँगी।। ◾️मैं तो पहनुँगी जोगन का चोला, वो है पारस महादेव भोला, मैं तो पहनुँगी जोगन का चोला, वो है पारस महादेव भोला, चरण छु कर मैं कुंदन बनूँगी, अपने भोले की जोगन बनूँगी,

मेरे भोले बाबा को अनाड़ी मत समझो।

मेरे भोले बाबा को अनाड़ी मत समझो, अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो, अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो, वो है त्रिपुरारी अनाड़ी मत समझो।। ◾️मेरे भोले बाबा के गले सर्प माला, मेरे भोले बाबा के गले सर्प माला, सर्पो को देख कर सपेरा मत समझो, सपेरा मत समझो, सपेरा मत समझो, अनाड़ी मत समझो,

मेरे घर के आगे भोलेनाथ तेरा मंदिर बन जाये।

मेरे घर के आगे भोलेनाथ, तेरा मंदिर बन जाये, जब खिड़की खोलू तो, तेरा दर्शन हो जाये।। ◾️जब आरती हो तेरी, मुझे घंटी सुनाई दे, मुझे रोज़ सवेरे भोलेनाथ, तेरी सूरत दिखाई दे, जब भजन करे मिलकर, रस कानो में घुल जाए, जब खिड़की खोलू तो, तेरा दर्शन हो जाये।। ◾️आते जाते बाबा तुमको, मै