मेहंदी रे मेहंदी इतना बता दे, कौन सा काम किया है, मेहंदी रे मेहंदी इतना बता दे, कौन सा काम किया है, मैया ने खुश होकर तुझको, हाथो में थाम लिया है, मेहंदी बोलो ना, मेहंदी बोलो ना, मेहंदी बोलो ना, मेहंदी बोलो ना।। ◾️तेरी किस्मत बहुत बड़ी है, मैया ने अपनाया, मैया तुमसे प्यार
मेरी मैया बड़ी दयालु भक्तो, आई होकर सिंह पर सवार भक्तो, वर देंगी दाती पल छीन में, भर देंगी खुशियां हर दिल में।। ◾️मैया का मंदिर प्यारा है, सबको लगता जो न्यारा है, नित शेर पे आती मस्ती में, बाजे भी बजते बस्ती में। ◾️मेरी मैया बड़ी दयाल भक्तो, आई होकर सिंह पर सवार भक्तो,
ममता मई माँ हे जगदम्बे, मेरे घर भी आ जाओ, भाग्य उदय हो जाए हमारे, अपने दरश दिखा जाओ, ममता मई माँ हे जगदम्बे, मेरे घर भी आ जाओ।। ◾️देर करो ना आज भवानी, सफल करो माता जिंदगानी, देर करो ना आज भवानी, सफल करो माता जिंदगानी, मेरे मन को निर्मल कर दो, भक्ति भाव
आज अष्टमी की पूजा करवाउंगी, ज्योत मैया जी की पावन जगाउंगी। हे मैया हे मैया, सदा हो तेरी जय मैया, मन की मुरादे मैं पाऊँगी, आज अष्टमी की पूजा करवाऊँगी, ज्योत मैया जी की पावन जगाउंगी।। ◾️छोटी छोटी कंजको को, घर अपने बुलाऊंगी, चरण धुलाऊं, तिलक लगाऊं, चुनरी लाल उढ़ाऊंगी, हे मैया हे मैया, पार
गजानन पूरण काज करो, सफल हमारा ये आयोजन, हे महाराज करो, गजानन पूरण काज करो।। श्लोक – मंगल करदे, अमंगल को, ख़तम कर दे, हर दंगल को, जहाँ हो स्वागत, श्री गणपति का, मंगल बना दे वो, जंगल को। गजानन पूरण काज करो, सफल हमारा ये आयोजन, सफल हमारा ये आयोजन, हे महाराज करो, गजानन
कितने दिनों के बाद है आई, भक्तो रात भजन की, अब आ भी जा माँ, आस लगाई आई, भक्तो रात भजन की।। ◾️सूरज चाँद सितारे हरदम, तेरा माँ गुण गाते, दूर दूर से भक्त माँ तेरे, दर्शन पाने आते, तेरे चरणों में माँ, ज्योत जलाई आई, भक्तो रात भजन की, कितने दिनो के बाद है
गजानन कर दो बेडा पार, आज हम तुम्हे मनाते हैं, तुम्हे मनाते हैं, गजानन तुम्हे मनाते हैं।। सबसे पहले तुम्हें मनावें, सभा बीच में तुम्हें बुलावें, सभा बीच में तुम्हें बुलावें है, गजानन कर दो बेडा पार, आज हम तुम्हे मनाते हैं।। आओ पार्वती के लाला, मूषक वाहन सूंड सुन्दाला, मूषक वाहन सूंड सुन्दाला, गजानंद
गजानंद सरकार पधारो कीर्तन की तैयारी है आवो आवो बेगा आवो, चाव दरश को भारी है गजानंद सरकार पधारो कीर्तन की तैयारी है॥ थे आवो जद काम बणेला था पर सारी बाजी है॥ रणक भँवर गढ़ वाला सुणले चिंता म्हाने लागी है देर करो ना अब दरशाओ चरणा म अर्ज हमारी है। गजानंद सरकार पधारो