वह बच्चे दुनिया में, खुशनसीब होते है, जो मम्मी डैडी, के करीब होते है। ओं ओं ओं ओं मुझे माफ़ करना ओम साईं राम-२ (मुझे माफ़ करना ओम साईं राम) तुझसे से पहले लूँगा, मम्मी डैडी का नाम (तुझसे से पहले लूँगा, मम्मी डैडी का नाम) मुझे माफ़ करना ओम साईं राम (मुझे माफ़ करना
जितनी वाले के सब साथी यह हारे का सहारा ऐसा श्याम हमारा जिसकी नैया इसने थामी भाव से पर उतारा ऐसा श्याम हमारा जितनी वाले के सब साथी यह हारे का सहारा ऐसा श्याम हमारा जिसके संग में हो कन्हैया उसकी ना दुबे नैया मझधार भी क्या कर लेगा जब साथ हो ऐसा खेवैया इसकी
करुणामयी वरदायनी, कर कमल विणा धारणी, माँ सरस्वती, माँ सरस्वती।। ◾️सा सा सात स्वर में निवास है, रे र में धरा आकाश है, गा गा गाए गुण गंधर्व गण, मा माँ है लोभ निवारणी, ओ माँ सरस्वती, माँ सरस्वती, माँ सरस्वती, माँ सरस्वती।। करुणा मयी वर दायनी, कर कमल विणा धारणी, माँ सरस्वती, माँ सरस्वती।।
जय गणेश जय महादेवा जय गणेश जय महादेवा जीने का सबक सीखा सांई के फकिरों से तक़दीर झलकती है हाथों की लकीरों से। कह दिया कह दिया कह दिया, कह दिया कह दिया कह दिया, मेने मेरे दिल जो था वो सब कह दिया। तू है मेरा पिया तू है मेरा पिया, तू है मेरा
आया बुलावा भवन से, मैं रह ना पाई।। श्लोक – तेरे दरश की धुन में माता, हम है हुए मतवाले, रोक सकी ना आंधियां हमको, ना ही बादल काले, चढ़ चढ़ कठिन चढ़ाइया, बेशक पाँव में पड़ गए छाले, फिर भी तेरे दर आ पहुंचे, हम है किस्मत वाले। तेरी जय हो भवानी, जय जय
घुमतड़ा घर आवो, ओ म्हारा प्यारा गजानन, खेलतड़ा घर आवो, ओ म्हारा प्यारा गजानन।। ब्रम्हा पधारो विष्णु पधारो देवा, संग में ले आना सरस्वती को, ओ म्हारा प्यारा गजानन, घुमतड़ा घर आवों, ओ म्हारा प्यारा गजानन।। राम पधारो लक्ष्मण पधारो देवा, संग में ले आना सीता सती को, ओ म्हारा प्यारा गजानन, घुमतड़ा घर आवों,
घर मे पधारौ गजानँद जी मेरे घर मे पधारौ, रिध्धी सिध्धी लेके आओ गणराजा, मेरे घर मे पधारौ॥॥ राम जी आना लक्ष्मण जी आना, संग मे लाना सीता मैया, मेरे घर मे पधारौ॥॥ ब्रम्हा जी आना विष्णु जी आना, भोले शंकर को ले आना, मेरे घर मे पधारौ॥॥ लक्ष्मी जी आना गौरी जी आना, सरस्वती मैया को ले आना, मेरे घर
मन की मुरादे पूरी कर माँ, दर्शन करने को मैं तो आउंगी, दर्शन करने को मैं तो आउंगी, तेरा दीदार होगा, मेरा उधार होगा, हलवे का भोग मैं लगाउंगी, हलवे का भोग मैं लगाउंगी।। ◾️तू है दाती दान देदे, मुझको अपना जान कर, भर दे मेरी झोली खाली, दाग लगे ना तेरी शान पर, सवा
गौरी सूत शंकर लाल, विनायक मेरी अरज सुनो, बैठा भागवत महा पूराण, विनायक मेरी अरज सुनो, गौरी सुत शंकर लाल, विनायक मेरी अरज सुनो।। सब देवन मे आप बड़े हो, तुमको प्रथम मनावे, घर मे गणपति सदा बिराजे, कारज शुभ करावे, संग रिद्धि सिद्धि, संग रिद्धि सिद्धि आओ आज, विनायक मेरी अरज सुनो, गौरी सुत
गौरी के लाल सुनो, की कबसे तुझे याद करे, कीर्तन में आ जाओ, हाय कीर्तन में आ जाओ, ये तुमसे फरियाद करे, गौरी के लाल सुनो, की कबसे तुझे याद करे।। तुझको मनाऊँ देवा, कबसे बुलाऊँ, अपनी पलके बिछाऊँ, अब तो आजा, गिरिजा के प्यारे, बाबा शिव के दुलारे, आजा तुझको पुकारे गणराजा, तुम बिन