म्हाने कोठी थे बणवा दो, सालासर माहींVerified Lyrics 

Mhane Kothi The Banava Do Salasar Mahi

म्हाने कोठी थे बणवा दो,
सालासर माहीं बालाजी,
ओ बाबा, थारो पड़ौसी बणा ल्यो,
ओ म्हारा अंजनी का लाला जी।

राम नाम की इंट लगाइयो,
कोठी के रंग सिन्दूरी कराइयो,
उ पर लाल धजा लहरा दयो-२
सालासर माहीं बालाजी,
मन्ने कोठी थे बनवा दो,
सालासर माई बालाजी।

कोठी को गेट खुले, थारा दरबार में,
दर्शन मैं पाऊं बाबा, सुबह और शाम ने,
ओ मेरे ऐसी मौज बना दयो,
सालासर माहीं बालाजी,
मन्ने कोठी थे बनवा दो,
सालासर माई बालाजी।

गर्मी ना लागे, एसी कमरा बनाइयों,
खावण ने फ्रूट इसा थे, बूंटा लगाइयो,
मेरे ऐसा ठाठ लगा दो,
सालासर माहीं बालाजी,
मन्ने कोठी थे बनवा दो,
सालासर माई बालाजी।

पीवण ने दूध होवे, खावण ने खीर जी,
गौरती गाय को घी, सब्जी पनीर की,
चोखी दो चार भैंसा बंधवा दो,
सालासर माहीं बालाजी,
मन्ने कोठी थे बनवा दो,
सालासर माई बालाजी।

हुकुम थारे को बाबा, रहस्यूँ ताबेदार जी,
दुनियां में गाऊं मैं तो, थारी जय जयकार जी,
राजू ने शरण लगा ल्यो, सालासर माहीं बालाजी,
मन्ने कोठी थे बनवा दो, सालासर माहीं बालाजी।

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *