गणपति देवा नित करू सेवा हरो विघ्न सब दूर Ganpati Deva Nit Karu Seva Haro Vighan Sab Door Lyricsverified
Ganpati Deva Nit Kru Sewa Haro Vighan Sab Door
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Singer(गायक): NA
Music(तर्ज़) : बजरंग बाला जपु थारी माला, जयकारा है जैकारा श्याम धनि का जैकारा
Singer Name : singer : NA
Ganpati Deva Nit Karu Seva lyrics
गणपति देवा, नित करू सेवा, हरो विघ्न सब दूर
गजानंद आ जाओ।
आ जाओ जी, आ जाओ, हो आज गजानंद आ जाओ
गणपति देवा, नित करू सेवा, हरो विघ्न सब दूर
गजानंद आ जाओ।
माथे मुकुट निराला है, गल मोतियन की माला है।
पार्वती का लाला है, गणपति दूंद दुंडाला है
रिधि-सिधि थारे संग मैं सोहे, मूसे के असवार
गजानंद आ जाओ।
गणपति देवा, नित करू सेवा, हरो विघ्न सब दूर
गजानंद आ जाओ।
रणत-भवन के राजा है, अटक्या सारे काजा है।
सब देवन श्री ताजा है, थाथे बाजे बाजा है।
सबसे पहले थाने मनावा, गाकर मंगला चार।
गजानंद आ जाओ।
गणपति देवा, नित करू सेवा, हरो विघ्न सब दूर
गजानंद आ जाओ।
प्रेम-भाव से ज्यो ध्यावे, सारे संकट कट जावे।
सच्चे मन से जो ध्यावे है, घर-घर मंगल हो जाये।
लंबोदर मैं थान मनावा, दयो विद्या भरपुर।
गणपति देवा, नित करू सेवा, हरो विघ्न सब दूर
गजानंद आ जाओ।
शुभ-लाभ को देता है, भगत की नैया खेता है।
अन्न धन से भंडार भरे, छप्पर फाड़ के देता है।
सुभाष चंद्र है टाबर थारो, करते जय जय कार।
गजानंद आ जाओ।
गणपति देवा, नित करू सेवा, हरो विघ्न सब दूर
गजानंद आ जाओ।
Ganpati Deva nit karu seva haro vighan sab door
Gajanand AA jao ,
AA jao ji AA jao ho Aaj gajanand AA jao
Ganpati Deva nit karu seva haro vighan sab door
Gajanand AA jao
Mathe mukut nirala hai gal jatiyan ki mala hai
Parwati ka lala hai ganpati doond dundala hai
Ridhi Sidhi thare sang me sow, Muse ke aswar
Gajanand AA jao
Ganpati Deva nit kru sewa haro vighan sab door
Gajanand AA jao
Ranat bhawar ke Raja hai atkya sare kaja hai
Sab Devan sr taja hai thate baje Baja hai
Sabse pahle Thane manave ga kar mangla chaar
Gajanand AA jao
Sabse pahle ….
Ganpati Deva nit karu seva haro vighan sab door
Gajanand AA jao
Prem bhav se jyo dawe sare sankat kat jave
Sache man se jo dawe hai Ghar Ghar managal ho jaye
Lambodar mai than manave dyo vidhya bharpoor
Gajanand AA jao
Ganpati Deva nit kru sewa haro vighan sab door
Shubh labh ko deta hai bhagat ki Naiya kheta hai
An dhan se bandar bhare chappar phad ke deta h
Shubash Chandra hai tabar tharo krto Jay jay kar hai
Submitted by : राम गोपाल सुथार
गणपति राखो मेरी लाज, पूरन कीजे सारे काज-२