देखा फूलों को काँटों पे सोते हुए
Dekha Phoolo Ko Kanto Pe Sote Huye
♡
Singer(गायक): Kishore Kumar
देखा फूलों को काँटों पे सोते हुए
देखा तूफ़ाँ को कश्ती डुबोते हुए
देख सकता हूँ मैं कुछ भी होते हुए
नहीं मैं नहीं देख सकता तुझे रोते हुए(x2)
देख सकता हूँ मैं कुछ भी होते हुए(x2)
नहीं मैं नहीं देख सकता तुझे रोते हुए(x2)
एक दिन बिगड़ी क़िस्मत सँवर जाएगी(x2)
ये ख़ुशी हमसे बचकर किधर जाएगी
ग़म न कर ज़िन्दगी यूँ गुज़र जाएगी
रात जैसे गुज़र गई सोते हुए
नहीं मैं नहीं देख सकता तुझे रोते हुए(x2)
तू भी सुन ले जो मैने सुना एक दिन(x2)
बाग में सैर को मैं गया एक दिन
एक मालन ने मुझसे कहा एक दिन
खेल काँटों से कलियाँ पिरोते हुए
नहीं मैं नहीं देख सकता तुझे रोते हुए(x2)
आँख भर आई फिर क्यों किसी बात पर(x2)
कर भरोसा बहन भाई की जा़त पर
हाथ रख दे यक़ीं से मेरे हाथ पर
मुस्करा दे ज़रा यूँ ही रोते हुए
नहीं मैं नहीं देख सकता तुझे रोते हुए(x2)
देख सकता हूँ मैं कुछ भी होते हुए(x2)
नहीं मैं नहीं देख सकता तुझे रोते हुए(x2)