ज़माने में कहाँ टूटी हुई तस्वीर बनती है तेरे दरबार में बिगड़ी हुई तक़दीर बनती है तारीफ़ तेरी निकली है दिल से आई है लब पे बन के क़व्वाली शिरड़ी वाले साईँ बाबा आया है तेरे दर पे सवाली लब पे दुआएँ आँखों में आँसू दिल में उम्मीदें पर झोली खाली शिरड़ी वाले … ओ
ओम साईं राम, ओम साईं श्याम, ओम साईं भगवान साईं राम, साईं श्याम, साईं भगवान शिर्डी के दाता सबसे महान साईं राम, साईं श्याम, साईं भगवान शिर्डी के दाता सबसे महान करूणा के सागर दया निधान शिर्डी के दाता सबसे महान साईं राम, साईं श्याम, साईं भगवान शिर्डी के दाता सबसे महान साईं चरण की
।दोहा। है अजब तरह का सामान तेरी शिरडी में, आता हिन्दू है मुस्लमान तेरी शिरडी में। आए जितने भी परेशान तेरी शिरडी में, काम सबके हुए आसान तेरी शिरडी में।। दीवाना तेरा आया, बाबा तेरी शिरडी में। नज़राना दिल का लाया, बाबा तेरी शिरडी में। मिल मुझको मेरे बाबा, भरनी तुम्हे पड़ेगी। झोली मैं खाली
वह बच्चे दुनिया में, खुशनसीब होते है, जो मम्मी डैडी, के करीब होते है। ओं ओं ओं ओं मुझे माफ़ करना ओम साईं राम-२ (मुझे माफ़ करना ओम साईं राम) तुझसे से पहले लूँगा, मम्मी डैडी का नाम (तुझसे से पहले लूँगा, मम्मी डैडी का नाम) मुझे माफ़ करना ओम साईं राम (मुझे माफ़ करना