March 4, 2015
कुण जाणे या माया श्याम की, अजब निराली रे,Verified Lyrics
कुण जाणे या माया श्याम की, अजब निराली रे, तिरलोकी रो नाथ जाट को, बण गयो हाळी रे।। बण गयो हाळी बण गयो हाळी बण गयो हाळी रे सौ बीघा को खेत जाट के, श्याम भरोसे खेती रे, ओह…… आधा में बोये गेहूँ चणा, आधा में दाणा मैथी रे, ओह……. बिना बाड़ को खेत जाट