Category: Hanuman Bhajan

बजरंग बालाजी अंजनी लाला जी तेरा सिंदूरी तन मन भाये

बजरंग बालाजी अंजनी लाला जी तेरा सिंदूरी तन मन भाये तेरे मेहंदीपुर में तेरे सालासर में तेरे भक्तो की बिगड़ी बन जाए बजरंग बालाजी अंजनी लाला जी ◾️ जग ने जाना तू राम का दीवाना मेहंदीपुर प्यारा धाम तेरा तेरे चरणों में अर्पण है बाला तन मन मेरा तेरी भक्ति से तेरी सेवा से सियाराम

बजरंग बाला ने पवन के लाला ने कोटन कोट प्रणाम।।

बजरंग बाला ने पवन के लाला ने कोटन कोट प्रणाम।। बजरंग बाला ने पवन के लाला ने कोटन कोट प्रणाम भिखारी तेरे द्वार का बजरँग बाला ने पवन के लाला ने कोटन कोट प्रणाम।। ◾️ कैसा कैसा काम राजा राम का बनाया दरिया ने लांघ सूद सीता जी की ल्याया अंजनी का लाड़ला लाड़ला लाड़ला

बजरंग बाला जय हो बजरंग बाला पाँव में घुंगरू बांध के नाचे जपे राम की माला

बजरंग बाला जय हो बजरंग बाला पाँव में घुंगरू बांध के नाचे जपे राम की माला बजरंग बाला जय हो बजरंग बाला।। ◾️ सिया राम ही राम पुकारे हनुमत जाए असुर सब मारे सीता की सुध लेने खातिर सीता की सुध लेने खातिर क्या से क्या कर डाला बजरंग बाला जय हो बजरंग बाला। पाँव

बजरंग बाला जय हो अंजनी के लाला रे जपूँ नाम तिहारो

बजरंग बाला जय हो अंजनी के लाला रे-2 जपूँ नाम तिहारो, मोहें लागे अति प्यारो, बाबा दर्शन दे दर्शन दे, बजरंग बाला जय हो अंजनी के लाला रे ओ शंकर सुवन केसरी नन्दन पवनपुत्र बलवान रे ओ राम लखन के काज सवांरे अंजनीपुत्र महान रे तीन लोक में महीमा तेरी गावे सब संसार रे बजरंग

बजरंग बलि मेरी नाव चली मेरी नाव को पार लगा देना

बजरंग बलि मेरी नाव चली मेरी नाव को पार लगा देना संताप ह्रदय का मिटा देना बजरंग बलि मेरी नाव चली।। मै दास तो आपका जन्म से हूँ बालक और शिष्य भी धर्म से हूँ निर्लज्ज विमुख निज कर्म से हूँ चित से मेरा दोष भुला देना बजरंग बलि मेरी नाव चली।। दुर्बल गरीब और

बजरंग पलके उठाओ द्वार पे भक्त आये हैँ

बजरंग पलके उठाओ, द्वार पे भक्त आये हैँ, बजरंग पलके उठाओ, द्वार पे भक्त आये हैँ, द्वार पे भक्त आये हैँ। चरणोँ मेँ चढाने को, श्रद्धा सुमन लाये हैँ, श्रद्धा सुमन लाये हैँ॥ बजरंग पलके उठाओ, द्वार पे भक्त आये हैँ, जो मिले, झलक तेरी, मिटे प्यास इन आँखोँ की। मैँने सुना, मेरे बाबा, तूने

बजरंग की झांकी है अपार सजा है दरबार भजन हम गाएंगे

बजरंग की झांकी है अपार सजा है दरबार भजन हम गाएंगे श्लोक – लाल लंगोटा हाथ में सोटा झांकी अपरम्पार रूप अनोखा आज सजा है बोलो जय जयकार।बजरंग की झांकी है अपार सजा है दरबार भजन हम गाएंगे बाबा की झांकी है अपार हनुमत की झांकी है अपार सजा है दरबार भजन हम गाएंगे।। राम

प्यारे हनुमान बाला का घर है निराला

प्यारे हनुमान बाला का घर है निराला यहाँ जिसने भी अलख जगाई उसने मन की मुरादे है पाई उसने मन की मुरादे है पाई प्यारे हनुमान बाला का घर है निराला।। आस्था के फूलों की जो माला पहनाएंगे उनकी राहों के कांटे फूल बन जाएंगे भूल के जहान सारा जिसने यहाँ पर शुद्ध भावना की

ना स्वर है ना सरगम है ना लय न तराना है

ना स्वर है ना सरगम है ना लय न तराना है हनुमान के चरणो में एक फूल चढ़ाना है।। तुम बाल समय में प्रभु सूरज को निगल डाले अभिमानी सुरपति के सब दर्प मसल डाले बजरंग हुए तब से संसार ने जाना है ना स्वर है ना सरगम हैं ना लय न तराना है।। सब

देता है वो राम का कदम कदम पर साथ

देता है वो राम का, कदम कदम पर साथ, रहे उसके सर पर हरदम-2, श्री राम प्रभु का हाथ, देता है वो राम का, कदम कदम पर साथ।। जहां जहां श्री राम चलेंगे, वहां वहां हनुमान जी, जैसे जैसे राम कहेंगे, वो ही करेंगे हनुमान जी, प्रभु श्री राम की देखो-2, माने वो सारी बात,