वीर बजरंगी तेरे दीवाने, तेरे दर्शन को आये हुए है। वीर बजरंगी तेरे दीवाने, तेरे दर्शन को आये हुए है, ऐसे आये है दर्शन को तेरे, जैसे पूजन को आये हुए है, वीर बजरंगी तेरे दिवाने, तेरे दर्शन को आये हुए है।। ◾️ज्ञान की ज्योति बाबा जला दो, भक्ति का सार हमको बता दो, पाप
थारे झांझ नगाड़ा बाजे रे सालासर के मंदिर में हनुमान विराजे रे॥ भारत राजस्थान में जी सालासर है एक धाम सूरज स्वामी बण्यो देवरों महीमा अप्रमपार थारे लाल ध्वजा फहरावे रे सालासर के मंदिर में हनुमान विराजे रे॥ चैत्र सुदी पूनम को मेलो भीड़ लगे अति भारी नर नारी थारा दर्शन करने आवे बारी बारी
विनती सुनो मेरी अंजनी के लाला, करते तुम्हारा गुणगान देवा, दाता हमारे तुम ही सहारे, भक्तो पे किरपा अपार देवा।। ◾️पूजा तुम्हारी जो करता है दिल से, उसको बचाते हो हर मुश्किल से, दर पे तुम्हारे जो आये सवाली, रखते हो भक्तो का ध्यान देवा, दाता हमारे तुम ही सहारे, भक्तो पे किरपा अपार देवा।।
लाल लंगोटे वाला मेरा यार है हाथ में सोटे वाला मेरा यार है तु मेरा यार है, मेरा दिलदार है।। ◾️बालाजी मैं तेरा दीवाना गाउँ बस मैं यही तराना बालाजी तू मेरा रिजवार है हाथ में सोटे वाला मेरा यार है।। ◾️पागल प्रीत की एक ही आशा दर्दे दिल दर्शन का प्यासा तेरे हर वादे
तुम तो संकट मोचन हो हमे क्या ठुकराओगे। तुम तो संकट मोचन हो हमे क्या ठुकराओगे। बाबा अपने भक्तोँ की बिगड़ी बना जाओगे॥ बिगड़ी बना जाओगे, बिगड़ी बना जाओगे॥ तुम तो संकट मोचन हो हमे क्या ठुकराओगे। बाबा अपने भक्तोँ की बिगड़ी बना जाओगे॥ श्रीराम की भक्ति तो, बजरंग तुझे भाती है–2 सियाराम की भक्ति
ताना रे ताना विभीषण का जिसको नहीं सुहाया भरी सभा में फाड़ के सीना बजरंग ने दिखलाया बैठे राम राम राम सीता राम राम राम देख राम सीता की मूरत लंकापति घबराया धन्य है रे बजरंगी उसको जिसका तू है जाया शर्मिंदा हो लंकपति ने अपना शीश झुकाया भरी सभा में फाड़ के सीना बजरंग
जहाँ बजरंगी सरकार, बाबा के दर आ जाना। आ जाना, आ जाना, आ जाना, आ जाना, जहाँ बजरंगी सरकार, बाबा के दर आ जाना। पा जाना, पा जाना, पा जाना, पा जाना, पा जाना खुशियाँ अपार, बाबा के दर आ जाना॥ जहाँ बजरंगी सरकार, बाबा के दर आ जाना। है सच्चा सालासर दरबार, बाबा के
राम पे जब जब विपदा आई, कौन बना रखवाला, राम पे जब जब विपदा आई, कौन बना रखवाला, मेरा बजरंग बाला, मेरा बजरंग बाला, मात सिया को राम प्रभु से, कौन मिलाने वाला, मेरा बजरंग बाला, मेरा बजरंग बाला।। ◾️जितने भी काम थे मुश्किल, बजरंग के हिस्से आये, हनुमत के सिवा कोई भी, सागर को
जय हो जय हो तुम्हारी जी बजरंगबली ले के शिव रूप आना गज़ब हो गया। त्रेता युग में थे तुम आये द्वार में भी तेरा कलयुग में आना गज़ब हो गया॥ ।।बचपन की कहानी निराली बड़ी जब लगी भूख बजरंग मचलने लगे। फल समझ कर उड़े आप आकाश में तेरा सूरज को खाना गज़ब हो
राम जी के साथ जो हनुमान नहीं होते राम जी के पुरे कभी काम नहीं होते।। ◾️हनुमान पर्वत उठाकर ना लाते कैसे संजीवन सुषेण वेद पाते प्राण जाते लक्ष्मण के राम रहते रोते राम जी के पुरे कभी काम नहीं होते। राम जी के साथ जो हनुमान नहीं होते राम जी के पुरे कभी काम