Category: Hanuman Bhajan

महिमा निराली देखो मेहंदीपुर धाम की।

महिमा निराली देखो मेहंदीपुर धाम की जहा पर विराजे झांकी बालाजी सरकार घाटे वाले बाबा की है दुनिया पुजारी रे वो देखो वो देखो वो देखो ◾️बड़े ही कमाल के है शिव अवतारी रे महिमा निराली देखो मेहंदीपुर धाम की जहा पर विराजे झांकी बालाजी सरकार घाटे वाले बाबा की है दुनिया पुजारी रे वो

नित प्रेम की गंगा बहती है बालाजी तुम्हारे चरणों में।

नित प्रेम की गंगा बहती है बाला जी तुम्हारे चरणों में नित प्रेम की गंगा बहती है बाला जी तुम्हारे चरणों में फल मिलता है सब तीर्थो का बाला जी तुम्हारे चरणों में ◾️मैं जनम जनम से भटका हूँ अब शरण तुम्हारी आया हूँ हम भूले भटके जीवो का कल्याण तुम्हारे चरणों में नित प्रेम

मैं दुनिया छोड़ के आ गया।

मैं दुनिया छोड़ के आ गया बाला जी के मंदिर में बाला जी के मंदिर में मैं सारी खुशियाँ पा गया बाला जी मंदिर में मैं सारी खुशियाँ पा गया बाला जी मंदिर में बाला जी बड़े कमाल मैं तो हो गया माला माल मेरी चांदी चांदी हो गयी मैं सोया भाग्य जग गया बाला

उत्सव बाबा को है आयो मनड़ो भक्ता को हर्षयो

उत्सव बाबा को है आयो, मनड़ो भक्ता को हर्षयो उत्सव बाबा को है आयो, मनड़ो भक्ता को हर्षयो आओ सालासर सरकार, सभी मिल थारी करा मनुहार सभी मिल थारी करा मनुहार।। फूलों से थाल सजावा, चूरमे को भोग लगावा थारी मै आरती गावा, फुला से थाल सजावा चूरमे को भोग लगावा, थारी मै आरती गावा

आसरा एक तेरा एक तेरा सहारा आसरा एक तेरा एक तेरा सहारा

आसरा एक तेरा एक तेरा सहारा आसरा एक तेरा एक तेरा सहारा सुनले फरियाद मेरी आ मुझे दे किनारा आसरा ऐक तेरा एक तेरा सहारा।। ◾️ जख्मी जग ने किया है घाव किसको दिखाऊ कोई अपना नही है हाल किसको सुनाऊ एक तुझपे ही बाबा जोर चलता है मेरा आसरा ऐक तेरा एक तेरा सहारा।।

आसन लगाके रखना अंगना सजाके रखना।

आसन लगाके रखना, अंगना सजाके रखना। आसन लगाके रखना, अंगना सजाके रखना। आयेँगे बजरंग बली, सिन्दूर मिलाके रखना॥ आसन लगाके रखना, अंगना सजाके रखना। वीर बड़ा बलकारी, शिव शंकर का अवतारी। सियाराम का है प्यारा, भक्तोँ का हितकारी। महावीर बजरंगी, संकट मोचन कहलाते। भक्तोँ के सदा सहाई, दुष्टोँ को मार भगाते। इनपे भरोसा रखना, ध्यान

आज मंगलवार है महावीर का वार है ये सच्चा दरबार है

आज मंगलवार है महावीर का वार है ये सच्चा दरबार है सच्चे मन से जो कोई ध्यावे उसका बेड़ा पार है।। चैत्र सुदी पूनम मंगल का जनम वीर ने पाया है लाल लंगोट गदा हाथ में सर पर मुकुट सजाया है शंकर का अवतार है महावीर का वार है सच्चे मन से जो कोई ध्यावे

आओ हनुमानजी मेरे घर पूरी कर दो प्रभु आस मेरी

आओ हनुमानजी मेरे घर पूरी कर दो प्रभु आस मेरी कर दो मुझपे दया की नजर पूरी कर दो प्रभु आस मेरी।। याद कर लो प्रभु उस घड़ी को दर्श दिया गणेश पूरी को बाबा ने समाधी लगाई सेवा दी जब किशोर पूरी को किशोर पूरी को किया मोहन को तुमने अमर पूरी कर दो

आ लौट के आजा हनुमान तुम्हे श्री राम बुलाते हैं।

यह भजन “लौट के आजा हनुमान तुझे श्री राम बुलाते है” हमें हनुमान जी की महत्त्वपूर्ण भूमिका के बारे में बताता है। इस भजन के माध्यम से हम श्री राम और हनुमान जी के भक्त बनने के लिए प्रेरित होते हैं लौट के आ लौट के आ आ लौट के आजा हनुमान तुझे श्री राम

अंजनी माँ थारो लाल कठे वो भक्ता रो प्रतिपाल कठे

अंजनी माँ थारो लाल कठे, वो भक्ता रो प्रतिपाल कठे, वो संकट मोचन नाम कठे, दुनिया में बढ़ ग्यो पाप घणो, दुनिया में बढ़ ग्यो पाप घणो, वो राम भगत हनुमान कठे, अंजनी माँ थारो लाल कठे, वो भक्ता रो प्रतिपाल कठे, वो संकट मोचन नाम कठे।। धरती रो पाप मिटावण ने, अब पड़ी जरुरत