विनती सुनो गणराजा आज, मेरी महफिल में आ जाना, आज मेरी महफिल में आ जाना ना, (आज मेरी महफिल में आ जाना ना) विनती सुनो गणराजा आज, मेरी महफिल में आ जाना।। रिद्धि सिद्धि के तुम हो दाता, भक्तजनों के भाग्य विधाता, शंकर के लाल गणराजा, आज मेरी महफिल में आ जाना, विनती सुनो गणराजा
तू ही ज्वाला सा है तू ही ग्वाला सा है, तेरे देवा है मूषक सवारी तेरी। सारे अँधेरों में तू उझाला सा है, सारी सृष्टि है देवा आभारी तेरी। आयें तेरे शरण देवा छू लें चरण, लालबागाचा राजा गणेशा। आला रे आला रे आला रे आला रे आला रे आला गणेशा (आला रे आला गणेशा)
विघ्न विनाशक गणराय, भय से मुक्त करे, इसकी दया से भक्तों की, भव से नाव तरे, पार्वती लाल का मन से, भजन तू करता जा, करुणा की इस मूर्त से, मन वांछित फल तु पा, जिसके घर में गणराय के, नाम का दीप जले, उस घर के हर जीव की, हर एक बाधा टले, जिनपे
💠गौरी के नंदन की, हम पूजा करते है। हम पूजा करते है, हम वंदना करते है॥ गौरी के नंदन की, हम पूजा करते है॥ 💠 गौरी के नंदन की, हम पूजा करते है शुभ कारज से पहले, तेरा ध्यान जो धरते है। कोई संकट आए तो, तुम रक्षा करते हो। इस संकट हारे की, हम
प्रथम निमंत्रण आपको देवो के राजा, आओ गणराजा बुलाया भक्तो ने आजा…. आप भी आना रिद्धि सिद्धि लाना, संग में गौरी माता, ब्रम्हा विष्णु देवो के संग, आना नारद ज्ञाता, शिवशंकर को लाना संग में, डम डम डमरु बजाता, आओ गणराजा बुलाया भक्तो ने आजा…. राम रमैया बंसी बजैया संग उनकी पटरानी, मातु शारदा कंठ
म्हारे कीर्तन मे रस बरसाओ -2 आओ जी गजानन आओ। ॐ गण गणपतये नमो नमः श्री सिद्धिविनायक नमो नमः अष्टविनायक नमो नमः गणपती बाप्पा मोरया रणत भंवर से आओ जी ग रिद्धि सिद्धि ने संग प्रभु लाओ । आओ जी गजानन आओ… पार्वती के पुत्र गजानन, भोले शंकर के मन भाओ । आओ जी गजानन
सजा दो घर को गुलशन सा, मेरे गणराज आये है, लगी कुटिया भी दुल्हन सी, मेरे गणराज आये है। पखारो इनके चरणों को, बहाकर प्रेम की गंगा, बिछा दो अपनी पलकों को, मेरे गणराज आये है। उमड़ आयी मेरी आँखे, देखकर अपने बाबा को, हुयी रोशन मेरी गलिया, मेरे गणराज आये है। तुम आकर फिर
तुम कहाँ गये गणराज, तुम्हे ढूंढ रहा जग आज, तुम लौट के आओ ना गजानन तुम लौट के आओ ना………. हाथ जोड़ के तुम्हे मनाऊ, मोतीचूर का भोग लगाऊ, तुम गौरा के हो बड़े लाडले, माँ गौरा की कसम चढाऊ, मोरी सुन लो अरज महाराज, तुम हो देवो के सरताज, तुम लौट के आओ ना