नवरात्रे है जब आते, सब मैया के गुण गाते। हँसते गाते ढोल बजाते, सब है ये ही कहते॥ माँ के दर जाना है, जी माँ के दर जाना है। नवरात्रे है जब आते, पर्वत पर मेले लगते। (नवरात्रे है जब आते, पर्वत पर मेले लगते॥) माँ के जयकारे बोल के प्यारे, सब है ये ही
माँ शारदा तुम्हे आना होगा, वीणा मधुर बजाना होगा, मेरे मन मंदिर में मैया आना होगा माँ शारदा तुम्हे आना होगा॥ सा रे ग म प ध नि सा मैया मैं तो जाणू ना, सात स्वरों को मैया मेरी मैं तो पहचानू ना, कीर्तन मैया तुम्हे आना होगा। वीणा मधुर बजाना होगा॥ माँ शारदा तुम्हे
म्हारी कुल री देवी मां, बेटा थारा लाड़ करे। चुनर ल्यायों हूं में मैया, जयपुरिया से जाकर, चारूं कूट में चार मोरिया, गोटा सूं जड़वाकर। थे तो ओढ, ओ थे तो ओढ दिखाओ म्हारी मां, सब मिलकर थारो लाड़ करां। म्हारी कुल री देवी… हीरा जडिया हार मैया जी थारे खातिर लयाया, बिंदिया ल्याया बिछुवा
खोलो ह्रदय के ताले मैया जी मेरा भाग लिख दो। मईया जी मेरा भाग लिख दो-२ खोलो ह्रदय के ताले मैया जी मेरा भाग लिख दो। पहला भाग मेरे माथे पे लिख दो, माथे पे लिख दो माँ माथे पे लिख दो, शीश झुकाऊ मैं बारम्बार, मैया जी मेरा भाग लिख दो, खोलो ह्रदय के
लेके पूजा की थाली, ज्योत मन की जगा ली, तेरी आरती उतारू भोली माँ। तू जो देदे सहारा, सुख जीवन का सारा, तेरे चरणों पे वारु भोली माँ। ओ माँ… ओ माँ.. धुल तेरे चरणों की लेकर, माथे तिलक लगाया, यही कामना लेकर मैया, द्वारे तेरे मैं आया। रहु मैं तेरा होके, तेरी सेवा में
माता रानी करेगी बेडा, कर ले भगतो का कल्याण, अपने बच्चों का कल्याण, माता रानी करेगी बेडा… एक तरफ भगवान खड़े हो एक तरफ माँ प्यारी, पहले माँ माता को पूजूँ फिर भगवान् की बारी, सब जपे हे तेरा नाम करे भगतो का कल्याण, माता रानी करेगी बेडा… ब्रह्मा विष्णु शिव शंकर जी माँ को
कोठे ऊपर कोठरी मैया का भवन सजा दूंगी, जो मेरी मैया टिका माँगे बिंदी और लगा दूंगी, जो मेरी मैया पैहर के निकलै जयकारा लगा दूंगी, कोठे ऊपर कोठरी मैया का भवन सजा दूंगी॥ जो मेरी मैया कुंडल माँगे नथनी भी पैहरा दूंगी, जो मेरी मैया पैहर के निकलै जयकारा लगा दूंगी, कोठे ऊपर कोठरी
मातारानी का दरबार सजाया है, दूर दूर से भक्तों को बुलाया है, दुख को हरे झोली भरे, दयालू है मेरी माँ, माता रानी का दरबार सजाया है, दूर दूर से भक्तों को बुलाया है। आई दुनिया त्याग के, मैया की शरण में, सच्चा सुख और चैन है, मैया के चरण में, सेवा करूँ दिन रात
दाती दे द्वारे दुख बोलां ना ता की करा, (दाती दे द्वारे दुख बोलां ना ता की करा) कर्म कडें पाप पुन्य तोलां ना ता की करां, दाती दे द्वारे दुख बोलां ना ता की करा। ऐसे दा भरोसा मैनु ऐसे दा सहारा ऐ, ऐदे वाजो मेरा इक पल ना गुजारा ऐ, ऐदे अगे भेद
तेरा करके दीदार आज जाना, के भूहे दाती बंद ना करी। तेरा करके दीदार आज जाना, के भूहे दाती बंद ना करी। तेरे नाम विच रंग लिया बाना, के भूहे दाती बंद ना करी। नाम विच तेरे संग मन रंग लिया ए, दूध पुत तेथो सब कुज मंग लिया ए, ओ बेड़ा भगता दा पार