माँ की ममता मैया से मांगे, मुझे पुत्र मिले, शरवण की तरह, और भाभी मांगे देवर, लक्ष्मण की तरह।। ◾️गुरु बिन ज्ञान कहाँ से लाऊँ, गुरु से बड़ा ना कोई, जो गुरु की सेवा है करता, सच्चा चेला वो ही, गुरुवर मांगे मुझे शिष्य मिले, मुझे शिष्य मिले एकलव्य की तरह, और भाभी मांगे देवर,
मैया का जादू है, सर चढ़कर बोलेगा।। भगत तू ना जइयो, ना जइयो, मैया वैष्णो के द्वार, वहां पर बैठी है बैठी है, हम सबकी पालनहार, तू बन के बावरा कटरा की, गलियों में घूमेगा, मैया का जादू हैं, सर चढ़कर बोलेगा।। ◾️जिसको आएगा बुलावा, वो ही जा पाएगा, उसको जाने से भला, कोन रोक
मैं तो जागरण रखायो, माजीसा रे नाम को, आई शुभ घड़ी आई, म्हारे आंगणिये रे माय, थे तो आओ नी पधारो, म्हारे आंगणिये रे माय, आई शुभ घड़ी आई, म्हारे आंगणिये रे माय।। ◾️पाठ पुरायो माजीसा रे नाम को, जोत जगाई माजीसा रे नाम की, पाठ पुरायो माजीसा रे नाम को, जोत जगाई माजीसा रे
थारो धाम से प्यारो, कोई धाम नही है दूजो, माजीसा रा परचा भारी जग में, थारो धाम से प्यारो, कोई धाम नही है दूजो, भटियाणी माजीसा, जसोल री धनियारी, मै आया थारे द्वार, माजीसा दर्शन दे दीजो।। ◾️माजीसा म्हारी थारे, दुखिया आवे, दुखियारा थे तो दुखड़ा मिटावो, सोनी के गयो ऐ माजीसा म्हारी ऐ, थारे
मेरी मैया में वो जादू है, इस द्वार पे जो आता है, वो भक्त माँ अम्बे रानी फिर, तेरे ही भजन गाता है, तेरे ही भजन गाता है, मेरी मैया में वो जादू है।। ◾️तीनो लोको की प्रतिपाली, मैया जग बगिया की माली, झोली भरती सबकी खाली, सवाली बनके जो द्वार पे आए, करती हर
दुनिया के रंग रूप में, क्यों हो गया मगन, आजा आजा आजा शरण, ले पकड़ माँ के चरण।। श्लोक – हे जगत जननी, भवानी शारदे, माँ हमें भी ज्ञान का भंडार दे, तेरे सेवक सुर असुर नर और मुनि, तेरी सेवा सेवको को तार दे, मुझको भी चरणों की सेवा में लगा, माँ मै नहीं