Mane Godaliya Mangwa Mari Maa Top 1 Ramdev ji bhajanverified
Mane Godaliya Mangwa Mari Maa Top Ramdev Bhajan
♡
Singer(गायक): Prakash Mali
इस दुनिया में जब-जब भी भगवान ने अवतार लिया है किसी ने किसी कृति बुराइयों को समाप्त करने के लिए निराकार से साकार रूप में अवतार लेकर इस धरती पर आए। रामदेव जी की उम्र 5 वर्ष की रही होगी और रामदेव जी ने पटोला क्यों की एक रुपाराम को दर्जी जिससे पूरा रामदेवरा परेशान है वह कपड़ा बचा लेता है और कोट कपड़ा लगाकर लोगों को कपड़े दे देता है पूरा रामदेवरा उसे परेशान है जब रामदेव जी को इस बात का पता लगा तो उन्होंने रूपा को सबक सिखाने के लिए यह सारी माया रची देखिए भजन में किस प्रकार बाबा रामदेव जी तो रामदेव जी महाराज अपनी माता से कपड़े का घोड़ा बनाने के लिए जिद करते हैं
Mane Godaliya Mangwa Mari Maa
मने घोड़लियो मंगवा मारी मां
मने घोड़लियो मंगवा।
घोड़े चढ़ने घुमण जासा,
घोड़लियो मंगवा मारी मां।।
➊ बाल पणा में रामदेव जी,
हट कीनो हट भारी।
कैसे हट कीनो यह बालक,
सोच रही मातारी।
कीकर ईनने मैं समझाऊं,
लाग रही मन में चिंता।
मने घोड़लियों मंगवा मारी मां,
मने घोड़लियो मंगवा।।
रामदेव जी महाराज की जिद भारी कर ली, दर्जी को सबक दर्जी को सबक माता परेशान तो इस परेशानी को बालक की जिज्ञासा को शांत करने के लिए मां ने रूपा दरजी को कपड़े का घोड़ा बनवाने के लिए बुलाया
➋ मीणा दे सुगना रे खातिर,
दर्जी ने बुलवायो।
रामदेवजी रे खातिर घोड़ो,
कपड़े रो बनवायो।
दर्जी मन में लालच कीनो,
भीतर बहुत भरया भरमा।
मने घोड़लियों मंगवा मारी मां,
मने घोड़लियो मंगवा।।
➌ रंग रंगीलो नेनुओ घोडो,
बालक रे मन भायो।
लीनी हाथ लगाम बापजी,
मन ही मन मुस्कायो।
एड़ी लगाई घोड़लिये के,
रामदेव आकाश होया।
मने घोड़लियों मंगवा मारी मां,
मने घोड़लियो मंगवा।।
➍ जादू रो घोड़लियो महारे,
दर्जी गढ़ने लायो।
मात-पिता मन में घबरायो,
दर्जी कैद करायो।
दर्जी विनती करबा लाग्यो,
रामदेव जी कष्ट हरया।
मने घोड़लियों मंगवा मारी मां,
मने घोड़लियो मंगवा।।
➎ दर्जी ने परचो दिखलायो,
रामदेव अवतारी।
दास अशोक सुनावे थाने,
अरजी सुणज्यो हमारी।
हिवड़ा में संतोष विराजे,
गांव रुणिचे रा धनिया।
मने घोड़लियों मंगवा मारी मां,
मने घोड़लियो मंगवा।।
मने घोड़लियो मंगवा मारी मां,
मने घोड़लियो मंगवा।
घोड़े चढ़ने घुमण जासा,
घोड़लियो मंगवा मारी मां।।