Author: Vijender Singh

सांवली सूरत जो तेरी देखि दिवाना तेरा मैं हो गया

सांवली सूरत जो तेरी देखि, दीवाना तेरा मैं हो गया, खाटू मैं आया तो श्याम बाबा, ये जादू तेरा चल गया॥ दिल में मेरे मूरत तेरी, सपने है आँखों में ओ सांवरे, बाबा तेरा मैं जो हुआ, आता है चेहरा तेरा सामने, तू मिल गया आके खाटू में भला, मन को श्याम तू भा गया,

जयती जयती जय काशी वाले काशीवाले देवघर वाले।

जयती जयती जय काशी वाले, काशीवाले देवघर वाले, श्लोक काशीवाले देवघर वाले भोले डमरू धारी काशीवाले देवघर वाले भोले डमरू धारी, खेल तेरे है नाथ निराले शिवशंकर त्रिपुरारी। जयती जयती जय काशी वाले, काशीवाले देवघर वाले, खेल है तेरे नाथ निराले, जय शंभू जय जय शंभू, भोले जय शंभू जय जय शंभू॥ ◾️जो भी तेरा

भोलेनाथ से निराला कोई और नहीं।

भोले नाथ से निराला कोई और नहीं, गौरीनाथ से निराला कोई और नहीं, ऐसा बिगड़ी बनाने वाला, कोई और नहीं।। ◾️उन का डमरू डम डम बोले, अगम निगम के भेद खोले, ऐसा भक्तो का रखवाला कोई और नहीं, भोले नाथ से निराला कोई और नहीं।। ◾️काया जब जब करवट बदले, पाप चमकते अगले पिछले, ऐसा

मेरा भोलेनाथ ऐसा भक्तो का रखवाला हैं।

मेरा भोलेनाथ ऐसा भक्तो का रखवाला हैं, मेरा भोलेनाथ ऐसा, भक्तो का रखवाला हैं, सचमुच में भोला भाला है, मेरा भोलेनाथ ! ◾️है भांग का रसिया, कैलाश का बसिया, रमिया राम रंग का, है चंद्र मस्तक पर, गले में है विषधर, है धारक गंग का, शरणागत की प्रेम भक्ति का, यही देव मतवाला है, सचमुच

आज्ञा नहीं है माँ मुझे किसी और काम की।

न पल मे यु महान न होते गदा हाथ लिये बलवान न होते न विजय श्रीराम की होती अगर पवनपुत्र हनुमान न होते आज्ञा नहीं है माँ मुझे, किसी और काम की वरना भुजाएँ तोड़ दू, सौगंध राम की लंका पाताल ठोक दू, रावण के शान की जिन्दा जमी मे गाढ़ दू, सौगंध राम की

ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय।

ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय।ॐ। ◾️नागेश्वराये भस्मांगराये, गौरिप्रिराये नमः शिवाय, शशिशेखराये सदासुखाये, कृष्णेश्वराये नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय।ॐ। ◾️सनातनाये जटाधराये, त्रिलोचनाये वृषभद्धजाये, नंदीश्वराये विश्वेश्वराये, शिवशंकराये नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय। ◾️मल्लिकार्जुनाये ओमकारशम्भु, त्रियम्भकेश्वर रामेश्वराये, सर्वेश्वराये शिववैधनाथ,

शंकर भोलानाथ है हमारा तुम्हारा।

शंकर भोलानाथ है हमारा तुम्हारा हमारा तुम्हारा, महाकाल की नगरी मे पाउ जनम दोबारा ◾️इस नगरी के कंकर पथर हम बन जाए, भक्त हमारे उपर चड़कर मंदिर जाए, भक्तजनो के पाव पड़े तो हो उद्धार हमारा, बाबा भोलानाथ है हमारा तुम्हारा ◾️जब भी ये तन त्यागु त्यागु क्षिप्रा तट पर , इतना करना स्वामी ओर

मन की आखों से मै देखूँ रूप सदा सियाराम का।

किस काम के यह हीरे मोती, जिस मे ना दिखे मेरे राम। राम नहीं तो मेरे लिए है व्यर्थ स्वर्ग का धाम॥ मन की आखों से मै देखूँ रूप सदा सियाराम का। कभी ना सूना ना रहता आसन मेरे मन के धाम का॥ ◾️राम चरण की धुल मिले तो तर जाये संसारी। दो अक्षर के

ॐ नमः शिवाय बोलो ॐ नमः शिवाय।

ॐ नमः शिवाय बोलो ॐ नमः शिवाय, शिव शंभू का महामंत्र है, मुक्ति का उपाय, ॐ नमः शिवाय बोलो ॐ नमः शिवाय॥ ◾️जब-जब डोले जीवन नैया शिव की महिमा गाओ, सारे जग के हैं वो रचैया शिव की शरण में आओ, संकट आये कष्ट रुलाए जब जब जी घबराए, ॐ नमः शिवाय, बोलो ॐ नमः

संकट का नजारा है अब तू ही सहारा है।

संकट का नजारा है, अब तू ही सहारा है, डमरू वाले भोले भाले, मेने दामन पसारा है।। ◾️त्रिभुवन में बड़ा सबसे, महादेव कहाता है, भव डूबती नैया को, तू ही पार लगाता है, मालिक है ज़माने का, किश्ती का किनारा है, डमरू वाले भोले भाले, मेने दामन पसारा है।। ◾️चौखट से तेरी कोई, खाली नही