सुनले ओ सुनले, बजरंगी सत्संगी, आया मै तेरे द्वारे, माँ अंजनी के प्यारे, आया मै तेरे द्वारे, माँ अंजनी के प्यारे, सुनले ओ सुनले।। ◾️तुम दाता सारे जग के, दर का हूँ मै भिखारी, हरते हो कष्ट सबके, अब की है मेरी बारी, पार करो तुम सबकी नैया, बन करके तुम नाथ खिवैया, देते सदा
मैं तो दीवाना भोले का दीवाना, फिरता था एक पागल सड़को पे मारा मारा, फिरता था एक पागल सड़को पे मारा मारा, रहता था अलग सबसे दुनिया से कर किनारा, रहता था अलग सबसे दुनिया से कर किनारा, एक गोल काला पत्थर रखता था संग हरदम, एक गोल काला पत्थर रखता था संग हरदम, सर
शिव की नजरो में वो स्मार्ट है, श्लोक – याद क्यूँ करता नहीं ऐ बावरे मन में, राम थे भगवान दुःख लाखो सहे वन में, टल नहीं सकता वो होगा जो भी है होना, बस मुस्कुराले चार पल छोड़ दे ये रोना॥ ◾️सुख दुःख इस जीवन के दो पार्ट है, माना दुःख लम्बे और सुख
सुबह सुबह ले शिव का नाम, कर ले बन्दे यह शुभ काम, सुबह सुबह ले शिव का नाम, शिव आयेंगे तेरे काम॥ ◾️ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय खुद को राख लपेटे फिरते, औरो को देते धन धाम, देवो के हित विष पी डाला, नील कंठ को कोटि प्रणाम, नील कंठ को कोटि प्रणाम, सुबह-सुबह
संकट मोचन नाम है बजरंग तुम्हारा-बजरंग तुम्हारा। संकट मोचन नाम है बजरंग तुम्हारा-बजरंग तुम्हारा। उसकी विपदा टारी तूने, जिसने तुझे पुकारा॥ संकट मोचन नाम है बजरंग तुम्हारा-बजरंग तुम्हारा। लंकपुरी मेँ जाकर पता सिया का लगाया। बड़े बड़े असुरोँ को तूने मार गिराया। फल खाये, बाग उजाड़े, अक्षय को मारा॥१॥ संकट मोचन नाम है बजरंग तुम्हारा-बजरंग
कैलाशपति संग लेके सती, मेरी नैया पार लगा जाना, इतनी विनती है ब्रम्ह्जति, गलती को मति तुम चित लाना॥ ◾️तुम ही हो पिता तुम ही माता, मै हूँ आचक तुम हो दाता, सेवक स्वामी का ये नाता, मेरे दाता आज निभा जाना, कैलाशपति संग लेके सती, मेरी नैया पार लगा जाना, इतनी विनती है ब्रम्ह्जति,
चलो शिव शंकर के मंदिर में भक्तो, जय हो भोले नाथ जय हो शिव शम्भू श्लोक लिया नाम जिसने भी शिवजी का मन से, उसे भोले शंकर ने अपना बनाया, खुले उस पे सब द्वार शिव की दया के, जो श्रद्धा से भोले के मंदिर में आया॥ ◾️हर हर महादेव की जय हो, शंकर शिव
संकट मोचन तेरे नाम से ही, हर संकट टल जाता है, हो जाए जिसपे एक नजर, जीवन ही संभल जाता है, संकर मोचन तेरे नाम से ही।। ◾️सुनके नाम शनि भग जाए, भुत पिशाच निकट नहीं आए, व्याधा पास भटक नहीं पाए, हे महावीर बजरंगी, थर थर दुष्ट नाम सुन कापे, पल भर ना टिक
संकट ने घेरा है, आज तेरा राम पुकारे रे, आजा मेरे हनुमान, भाई की मूरछा को तोड़के, प्राण बचा ले रे, आजा मेरे हनुमान।। ◾️पापी ने धोखे से, शक्ति को दे मारा, मूर्छित पड़ा देखो, कैसे लखन प्यारा, अब आँख में आंसू लिए, तेरा राम पुकारे रे, आजा मेरे हनुमान, भाई की मूरछा को तोड़के,