Author: Vijender Singh

हे मनवा रे मनवा जीवन है संग्राम

हे मनवा रे मनवा,, जीवन है संग्राम, हे मनवा रे मनवा, जीवन है संग्राम, भजले राम राम राम, भजले राम राम राम, भजले राम राम राम, भजले राम राम राम, रे मनवा रे मनवा,, जीवन है संग्राम।। ◾️लोक यही परलोक यही है, यही धारा ओर व्योम, यही धारा ओर व्योम, यही पुरातन नारायण, है यही

डम डम डमरू बजाओ कि भोले थोड़ा नाच के दिखाओ।

डम डम डमरू बजाओ, कि भोले थोड़ा नाच के दिखाओ। डम डम डमरू बजाओ कि भोले थोड़ा नाच के दिखाओ। नाच के दिखाओ भोले, नाच के दिखाओ, संग संग नन्दी को नचाओ॥ कि भोले थोड़ा नाच के दिखाओ। ◾️घोट के भंगिया हम भर लाये प्याली, पी लो भांग आपकी आँखोँ मेँ छा जाये लाली, भांग

मन शिव में ऐसे रमा है ये भूल गए हम कहाँ है।

मन शिव में ऐसे रमा है। ये भूल गए हम कहा है, सारा जग शिव मय दिखता है, अम्बर शिव धरती उमा है, मन शिव में ऐसे रमा है॥ ◾️जब ध्यान में आते है शिव जी, मुझे अद्भुत शांति मिलती है, में दिखला नही सकता जग को, जो मन में ज्योति जलती है, जब भूल

शिवजी सत्य है शिवजी सुंदर।

जटाटवीगलज्जल प्रवाहपावि तस्थले, गलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजङ्ग तुङ्गमालिकाम्, डमड्डमड्डमड्डमन्निनादवड्डमर्वयं, चकार चण्डताण्डवं तनोतु नमः शिवः शिवम्॥ ◾️बम बम भोले बम बम भोले बम बम भोले, बम बम भोले बम बम भोले बम बम भोले, चाहू दिश मे शिव शोहरत मे शिव, कल कल मे शिव पल पल मे शिव, घुंघरू मे शिव डमरू मे शिव, दम दम

हे भोले शंकर पधारो बैठे छुप के कहाँ।

हे भोले शंकर पधारो, बैठे छुप के कहाँ, हे भोले शम्भू पधारो, बैठे छुप के कहाँ, गंगा जटा में तुम्हारी, हम प्यासे यहाँ, महा-सती के पति, मेरी सुनो वंदना, आओ मुक्ति के दाता, पड़ा संकट यहाँ, हे भोले शंकर पधारो बैठे छुप के कहाँ॥ ◾️भगीरथ को गंगा, प्रभु तुमने दी थी, सगर जी के पुत्रों

हर मन के संकट हरता ये संकट मोचन दाता ।।

हर मन के संकट हरता, ये संकट मोचन दाता, अरे निज भक्तो के जीवन में, ये दया का रस बरसाता।। ◾️मंगल के दिन मंगलमय है, इस मालिक की पूजा, ऐसा दिन दयालु जग में, और नहीं कोई दूजा, इसका चिंतन पल भर में, जनम जनम के मैल धुलाता, हर मन कें संकट हरता, ये संकट

गले में सर्पों की माला तन में बाघम्बर छाला।

गले में सर्पो की माला, तन में बाघम्बर छाला, देवो में देव महान, बैठे लगा के बाबा ध्यान, डम डम डमरू बाजे, हाथो में त्रिशूल साजे, पिए भोला भंग तान, करते है जग का कल्याण॥ ◾️प्राणी जो जग से हारे, आते है इनके द्वारे, मिलता है पावन दर्शन, होते है वारे न्यारे, बम बम की

हनुमान जी हनुमान जी दया भक्तो पे करदो हनुमान जी

हनुमान जी हनुमान जी, दया भक्तो पे करदो हनुमान जी, तेरे द्वार पे जो आए, फूल भावना के लाए, उनकी झोलियाँ भर दो हनुमान जी, हनुमान जी हनूमान जी, दया भक्तो पे करदो हनुमान जी।। ◾️हे कंचन वर्ण प्रभु रघुवर के प्यारे, दिन हिन निर्बल संग सहारे, तेरे चरण कमलो में आए पुजारी, तेरे चरण

भक्तों की भीड़ है अपार भोले जी के मंदिर में।

भक्तो की भीड़ है अपार, भोले जी के मंदिर में॥ ◾️भोले जी के मंदिर में, शंकर जी के मंदिर में, गूंजे सदा जयकार, भोले जी के मंदिर में॥ ◾️ढोलक नगाड़े और मिरदंग बाजे, झांझर की होये झनकार, भोले जी के मंदिर में॥ ◾️लेके कांवरिया बम बम बोले, नाच रहे नर नार, भोले जी के मंदिर

मिलता हैं सच्चा सुख केवल शिवजी तुम्हारे चरणों में।

मिलता हैं सच्चा सुख केवल, शिवजी तुम्हारे चरणों में, यह विनती हैं पल छीन छीन की, रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में।। ◾️चाहे बैरी सब संसार बने चाहे जीवन मुझ पर भार बने चाहे मौत गले का हार बने रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में मिलता हैं सच्चा सुख केवल शिवजी तुम्हारे चरणों में यह विनती हैं