मच गया शोर सारी नगरी रे, सारी नगरी रे आया बिरज का बाँका, संभाल तेरी गगरी रे अरे मच गया शोर… देखो अरे देखो कहीं ऐसा न हो जाए चोरी करे माखन तेरा जिया भी चुराए अरे धमकाता है इतना तू किसको डरता है कौन आने दे उसको ऐसे न बहुत बोलो मत ठुमक-ठुमक डोलो
ॐ जय शिव ओंकारा,स्वामी जय शिव ओंकारा। ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव,अर्द्धांगी धारा॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥ एकानन चतुराननपञ्चानन राजे। हंसासन गरूड़ासनवृषवाहन साजे॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥ दो भुज चार चतुर्भुजदसभुज अति सोहे। त्रिगुण रूप निरखतेत्रिभुवन जन मोहे॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥ अक्षमाला वनमालामुण्डमाला धारी। त्रिपुरारी कंसारीकर माला धारी॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥ श्वेताम्बर पीताम्बरबाघम्बर अंगे। सनकादिक
गीत: ये देश है वीर जवानों का, फिल्म: नया दौर (1957) गायक: मोहम्मद रफी, एस. बलबीर हो ओ.. ओ..ओ.. ये देश है वीर जवानों का, अलबेलों का मस्तानों का, इस देश का यारों (होय…) इस देश का यारों क्या कहना, ये देश है दुनिया का गहना। हो..ओ… ओ..ओ.. यहाँ चौड़ी छाती वीरों की, यहाँ भोली
Song: Salaam India Singer: Vishal Dadlani, Salim Merchant Movie: Mary Kom झुके तेरे आगे सर, तेरी गोद मेरा घर, है तुझे सलाम इंडिया, मुश्किल वक़्त में भी हम न खोये हौसला, मिलके साथ चलने का यु कर ले फैसला, मिट्टी हम जो चूमे तो मिलता जोश है, बस तेरी ही खातिर जान ये सरफ़रोश है।
कुण जाणे या माया श्याम की, अजब निराली रे, तिरलोकी रो नाथ जाट को, बण गयो हाळी रे।। बण गयो हाळी बण गयो हाळी बण गयो हाळी रे सौ बीघा को खेत जाट के, श्याम भरोसे खेती रे, ओह…… आधा में बोये गेहूँ चणा, आधा में दाणा मैथी रे, ओह……. बिना बाड़ को खेत जाट
जय जय श्री शनिदेवभक्तन हितकारी। सूरज के पुत्र प्रभुछाया महतारी॥ जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी॥ श्याम अंग वक्र-दृष्टिचतुर्भुजा धारी। निलाम्बर धार नाथगज की असवारी॥ जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी॥ क्रीट मुकुट शीश सहजदिपत है लिलारी। मुक्तन की माल गलेशोभित बलिहारी॥ जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी॥ मोदक और मिष्ठान चढ़े,चढ़ती पान सुपारी। लोहा,
सुनो जी भैरव लाड़िले, कर जोड़ कर विनती करूँ। कृपा तुम्हारी चाहिए, मैं ध्यान तुम्हारा ही धरूँ। मैं चरण छुता आपके, अर्जी मेरी सुन लीजिये॥ सुनो जी भैरव लाड़िले॥ मैं हूँ मति का मन्द, मेरी कुछ मदद तो कीजिये। महिमा तुम्हारी बहुत, कुछ थोड़ी सी मैं वर्णन करूँ॥ सुनो जी भैरव लाड़िले॥ करते सवारी स्वान
खाटू के बाबा श्याम मेरी रखोगे लाज , रखोगे लाज मेरी रखोगे लाज , मीरा के घनश्याम जी मेरी रखो गे लाज, खाटू के बाबा श्याम मेरी रखोगे लाज , इक भरोसो थारो है, तू ही पथ राखन हारो है, छोटो सो मेरो काम जी,मेरी रखो गे लाज, खाटू के बाबा श्याम मेरी रखोगे लाज
जय अम्बे गौरी,मैया जय श्यामा गौरी। तुमको निशिदिन ध्यावत,हरि ब्रह्मा शिवरी॥ जय अम्बे गौरी… माँग सिन्दूर विराजत,टीको मृगमद को। उज्जवल से दोउ नैना,चन्द्रवदन नीको॥ जय अम्बे गौरी… कनक समान कलेवर,रक्ताम्बर राजै। रक्तपुष्प गल माला,कण्ठन पर साजै॥ जय अम्बे गौरी… केहरि वाहन राजत,खड्ग खप्परधारी। सुर-नर-मुनि-जन सेवत,तिनके दुखहारी॥ जय अम्बे गौरी… कानन कुण्डल शोभित,नासाग्रे मोती। कोटिक चन्द्र