Author: Mohit Kumar

रुनक झुनक पग नेवर बाजे गजानंद नाचे

रुनक झुनक पग नेवर बाजे गजानंद नाचे गजानंद नाचे विनायक, गणपतजी नाचे पिता तुम्हारा है शिवशंकर नंदीश्वर साजे माता तुम्हारी पार्वती है सिंह चढ़ी गाजे रुनक झुनक पग नेवर बाजे… मुसक वाहन सूण्ड सुन्डाला, एकदंत साजे गल पुष्पन के हार विराजे, कोटि काम लाजे रुनक झुनक पग नेवर बाजे… विध्न विनाशक मंगल कारण, राजनपति बाजे

दीवाना तेरा आया, बाबा तेरी शिरडी मेंVerified Lyrics 

।दोहा। है अजब तरह का सामान तेरी शिरडी में, आता हिन्दू है मुस्लमान तेरी शिरडी में। आए जितने भी परेशान तेरी शिरडी में, काम सबके हुए आसान तेरी शिरडी में।। दीवाना तेरा आया, बाबा तेरी शिरडी में। नज़राना दिल का लाया, बाबा तेरी शिरडी में। मिल मुझको मेरे बाबा, भरनी तुम्हे पड़ेगी। झोली मैं खाली

बजरंगबली तेरा हम दर्श अगर पाएं, हे राम भक्त तेरे चरणों में।

बजरंगबली तेरा हम दर्श अगर पाएं, हे राम भक्त तेरे चरणों में लिपट जाएं। अंजनी के लाल जग में तेरी महिमा न्यारी हो, हे पवन पुत्र तुम तो शंकर के अवतारी हो। बिन देखे तेरी सूरत अब चैन नहीं आए। बजरंगबली तेरा…. ओ सूरज को निगल करके बजरंगी कहलाए, लंका को जलाकर के सीता की

वृन्दावन जाने वालोVerified Lyrics 

वृन्दावन जाने वालो, वृन्दावन जाने वालो, बांके बिहारी के नाम मेरा पैगाम ले जाओ। वृन्दावन जाने वालो… पेहले मेरी तरफ से तुम चरणों में शीश झुकाना उनके चरणों में बैठ के मेरा दरदे हाल सुनाना, उनके सजदे में मेरा सलाम ले जाओ। वृन्दावन जाने वालो… केहना तेरा दीवाना तुम बिन पल पल तेडप रहा है,

आज अयोध्या में उत्सव निरालाVerified Lyrics 

आज अयोध्या में उत्सव निराला जप लो सिया राम नाम की माला नारद जी गाये जय जय श्री राम बजरंगी नाचे होके मतवाला आज अयोध्या में उस्तव निराला दीप जले अति सूंदर मन में राम पता का ठहरे घर घर में उमंगे सब के हिरदये में थिरकती मयूर जैसे नाचे वन वन में खुसियो ने

बाला मैं तो दीवाना तेरा। तेरा दरबार है घर मेरा।।

बाला मैं तो दीवाना तेरा। तेरा दरबार है घर मेरा।। साडी दुनिया ये कुछ भी कहे। छोड़ू दर न कभी ये तेरा।। आया मैं दर पे जब पहली बार, देखा जग से नया चमत्कार। जग ने मुझे डराया, मगर खींच लाया तेरा प्यार। संकटो ने मुझे है घेरा।।1।। तेरे दरबार कि क्या कहूं, दिल करता

हे रामचंद्र कह गए सिया सेVerified 

हे जी रे… हे जी रे… हे जी रे… हे रामचंद्र कह गए सिया से, रामचंद्र कह गए सिया से… ऐसा कलयुग आएगा, हंस चुगेगा दाना दुनका, कौआ मोती खाएगा। हे जी रे… सिया ने पूछा भगवन: कलयुग में धर्म-कर्म को कोई नहीं मानेगा? तो प्रभु बोले: धर्म भी होगा कर्म भी होगा, (धर्म भी

गोविंदा आला रे आलाVerified Lyrics 

गोविंदा आला रे आला ज़रा मटकी सम्भाल बृजबाला गोविंदा आला रे आला ज़रा मटकी सम्भाल बृजबाला अरे एक दो तीन चार संग पाँच छः सात हैं ग्वाला अरे एक दो तीन चार संग पाँच छः सात हैं ग्वाला गोविंदा आला रे आला ज़रा मटकी सम्भाल बृजबाला हे.. हो आई माखन के चोरों की सेना हो

थाली भरकर ल्याई रै खीचड़ौ

थाली भरकर ल्याई रै खीचड़ौ, उपर घी की बाटकी, जीमो म्हारो श्याम धणी, जिमावै बेटी जाट की॥ बाबो म्हारो गांव गयो है, ना जाने कद आवैलो, ऊके भरोसे बैठयो रहयो तो, भूखो ही रह जावैलो। आज जिमाऊं तैने रे खीचड़ो, काल राबड़ी छाछ की॥ थाली भरकर ल्याई रै… बार-बार मंदिर न जुड़ती, बार-बार में खोलती,

मेरे नैनों की प्यास बूझा देVerified Lyrics 

हो हो… शेर पे सवार मेरी शेरांवाली माँ, पहाड़ों में बसी मेरी मेहरावाली माँ, रूप हैं तेरे कई ज्योता वाली माँ, नाम है तेरे कई लाता वाली माँ, जग जननी है मेरी भोली भाली माँ। हो… जग जननी है मेरी भोली भाली माँ… मेरे नैनों की प्यास बूझा दे माँ तू मुझे दर्शन दे (माँ