कोई कहे तू काशी में है, कोई कहे कैलाश। जब जब तुझे पुकारा बाबा, तू था मेरे पास। तेरे बल से मैं बलवान, बाबा तू मेरा भगवान, तेरे चरनो में ही रहना, जब तक मेरे तन में प्राण। मेरे बाबा मेरे बाबा, मेरे बाबा भोले बाबा, मेरे बाबा मेरे बाबा, मेरे बाबा भोले बाबा। मेरी
बजा दे ढोलक तू ढोलकियाँ छमा छम नाचे लांगुरिया। जगराते की रात है आई सब के मन में खुशिया छाई, तेरे दया से महरानी आज सजा दरबार, भजा दे ढोलक तू ढोलकियाँ छमा छम नाचे लांगुरिया॥ रूप सलोना धार के बैठी लागि सूंदर प्यारी, लंगर भरो कर अज्ञानी हो रही जय जय कार, बजा दे
हार की कोई चिंता नहीं, पग-पग होगी जीत, लगी रे मेरी सांवरिया से प्रीत। श्याम श्याम को नगमा गाये ये जीवन संगीत, लगी रे मेरी सांवरिया से प्रीत। मौज से होने लगा गुजारा, बाबा ने हर काम सवारा, सन मुख मिलता खड़ा संवारा, जब जब उसको मन से पुकारा, देता नहीं विश्वास टूटने, खाटू नरेश
करुणामयी सरकार ने, जीना सिखा दिया, दुनिया की ठोकरों ने तेरे, दर पे ला दिया। करुणामयी सरकार ने, जीना सिखा दिया, दुनिया की ठोकरों ने तेरे, दर पे ला दिया। करुणामई सरकार ने, जीना सिखा दिया। जिसने कभी भी आज तक, सजदा नहीं किया, उसको कृपा ने आपकी, झुकना सिखा दिया, करुणामई सरकार ने, जीना
आ गया मैं दुनियांदारी, सारी बाबा छोड़ के, लेने आजा खाटू वाले, रींगस के उस मोड़ पै। हार गया मैं इस दुनियां से, अब तो मुझको थाम ले, कहा मुझे किसी श्याम भगत ने, बाबा का तू नाम ले। अपने पराए छोड़ गए सब, दिल मेरा ये तोड़ के, लेने आजा खाटू वाले, रींगस के
अंजनी का लाला रे भक्तों का रखवाला रे, जिस ने लिया तेरा आसरा उसके संकट को हर डाला रे, अंजनी का लाला भक्तों का रखवाला। संकट मोचन नाम तिहारा शंकर के अवतार, दुष्टों का दिल भय से कांपे सुन तेरी ललकार, हे दयालु हे किरपालु, तेरी महिमा अप्रमपार, अंजनी का लाला भक्तों का रखवाला। सिया
बाबुल बुलावे म्हाने गाँव रे, म्हानें पिहरियो सो लागे खाटू धाम, रहबा दो म्हाने पिहरिये, बाबुल बुलावे म्हाने गाँव रे। सखी बाबुल बुलावे म्हाने गाँव, म्हानें पिहरियो सो लागे खाटू धाम, रहबा दो म्हाने पिहरिये, म्हानें पिहरियो सो लागे खाटू धाम, रहबा दो म्हाने पिहरिये। मिलने का दिन गिन गिन काटा, जद या ग्यारस आवे-२
तर्ज :- ये प्रार्थना दिल की… छुपा नहीं तुमसे, मेरा हाल पुराना है। दुनिया सारी कहती, ये श्याम दीवाना है। सांवरे तेरा दीवाना हूँ मैं -(2) कीर्तन में तेरे आकर, फरियाद करता हूँ। तेरे आगे रोकर के, दिल की बात कहता हूँ। तुम हरपल साथ मेरे, दिल का यही कहना है।। दुनिया सारी कहती… ।।1।।