Author: Karan Singh

आज दूल्हा बने है नन्दलाल

आज दूल्हा बने है नंदलाल, की जोड़ी का जवाब नही, आज दूल्हा बने है नंदलाल, की जोड़ी का जवाब नही, की जोड़ी का जवाब नही की जोड़ी का जवाब नही, आज दूल्हा बने है नंदलाल, की जोड़ी का जवाब नही, आज दूल्हा बने है नंदलाल, की जोड़ी का जवाब नही, आज दूल्हा बने है नंदलाल,

कान्हा की दीवानी, मीरा हो गई बदनाम।।

श्लोक – राम तने रंग राची मैं तो, साँवरिया रंग राची, कोई कहे मीरा बाँवरी, कोई कहे मदमाती। ◾️ कान्हा की दीवानी, मीरा हो गई बदनाम, कान्हा की दीवानी, दीवानी कान्हा की, मीरा हो गई बदनाम, अपने तन की सुध बुध भूली, भूले जग के काम, कान्हा की दिवानी, मीरा हो गई बदनाम।। ◾️ प्रेम

यूँ ही होता रहे तेरा ये दीदार सांवरे

यूँ ही होता रहे तेरा ये दीदार सांवरे, मेरी बगिया में तू है तो बहार सांवरे।। ◾️ कोई तेरे जैसा कहा दिलदार सांवरे, किसी और ने किया ना ऐतबार सांवरे, तेरा मुझपे बड़ा है उपकार सांवरे, मेरी बगिया में तू है तो बहार सांवरे, यूँ ही होता रहे तेरा ये दीदार सांवरे, मेरी बगिया में

अब तू ही बता गोपाल कुण पार लगावेगो

अब तू ही बता गोपाल, कुण पार लगावेगो, कुण आड़े आवेगो, अब तू ही बता गोपाल, कुण पार लगावेगो।। ◾️ दुनिया तेरी ऐसी है, बटका सा भरे मेरे, गर तू नहीं होवे तो, नैया ने डूबोगे रे, नैया ने डूबोगे रे, फस गई मझधारा में, कुण राह दिखावेगो, कुण पार लगावेगो, कुण आड़े आवेगो, अब

मेरे प्यारे कन्हैया, ओ बंसी बजैया

मेरे प्यारे कन्हैया, ओ बंसी बजैया, फिर से बंसी बजाने तू आजा, छोटी गैया चराने आजा, छोटी गैया चराने आजा, मेरे प्यारे कन्हैया, तू बंसी बजैया।। ◾️ देवकी ने जायो, को जशोदा जी बतायो, कोई नन्द बतायो, कोई वासु जी बतायो, यशुमति ने तुझपे जो, ममता लुटाई, सबको फिर से बताने तू आजा, फिर से

हे रोम रोम मे बसने वाले राम, जगत के स्वामी

हे रोम रोम मे बसने वाले राम, जगत के स्वामी, हे अन्तर्यामी, मे तुझ से क्या मांगूं। ◾️ आप का बंधन तोड़ चुकी हूं, तुझ पर सब कुछ छोड़ चुकी हूं। नाथ मेरे मै क्यूं कुछ सोचूं तू जाने तेरा काम॥ ◾️ तेरे चरण की धुल जो पायें, वो कंकर हीरा हो जाएँ। भाग मेरे

हे राम हे राम जग में साचो तेरो नाम

हे राम, हे राम जग में साचो तेरो नाम हे राम, हे राम ◾️ तू ही माता, तू ही पिता है तू ही तो है राधा का श्याम हे राम, हे राम ◾️ तू अंतर्यामी, सबका स्वामी तेरे चरणों में चारो धाम हे राम, हे राम ◾️ तू ही बिगड़े, तू ही सवारे इस जग

हे राम तुम्हारे चरणों में, जब प्यार किसी को हो जाए।

हे राम तुम्हारे चरणों में, जब प्यार किसी को हो जाए, दो चार जनों की बात तो क्या, संसार का मालिक बन जाए।। ◾️ रावण ने राम से बैर किया, अब तक भी जलाया जाता है, बन भक्त विभीषण शरण गए, घर बार उसी का हो जाए, हे राम तुम्हारे चरणो में, जब प्यार किसी

हम राम जी के राम जी हमारे हैं

हम राम जी के, राम जी हमारे हैं, वो तो दशरथ राज दुलारे हैं, मेरे नयनो के तारे हैं, सारे जग के रखवारे हैं, मेरे तो प्राण अधारे हैं, सब भगतन के रखवारे हैं, जो लाखो पापीओं को तारे हैं, जो अघमन को उधारे हैं, हम इनके सदा सहारे हैं, हम उनकी शरण पधारे हैं,

हम भक्तो का है इस जग में छोटा सा परिवार

हम भक्तो का है इस जग में छोटा सा परिवार हम पर रहे बरसता यू ही सदा तुम्हारा प्यार हम भक्तो का है इस जग में छोटा सा परिवार हम पर रहे बरसता यू ही सदा तुम्हारा प्यार के सब कुछ तेरे हवाले तुम्हारे बिना कौन संभाले ◾️ तेरा प्यार पाने को जनम लिया है