October 25, 2018
हम आज सभी मिलकर, तेरी रात जगायेंगे।
हम आज सभी मिलकर, तेरी रात जगायेंगे।
ओ महावीर सुनलो, तेरी महिमा गायेंगे।
तुझसे मिलने को भला, कोई रोकेगा कैसे
कदमों से लिपट जाएं, वृक्ष की लता जैसे
सपनों में मिले थे तुम, अब सामने पाएँगे।
हम आज सभी….
पूरी होगी तृष्णा, प्यासे इन नयनन की।
माथे से लगा लेंगे, धूलि तेरे चरणन की।
चरणामृत लेकर के, हम भव तर जायेंगें।
हम आज सभी….
सदियों से सदा हमने तेरी आस लगाई है।
पागल मनवा कहता, इसमें ही भलाई है।
पाकर तेरे दर्शन को, हम धन्य हो जाएंगे।
हम आज सभी….
चुनकर मन उपवन से, पुष्पों की मधुर लड़ियाँ
इक हार बनाया है, बीती हैं कई घड़ियाँ।
ये पुष्प भजन माला तेरे चरण चढ़ायेंगे।
हम आज सभी….