नर खोव मतना रे काया दुपटो जरी को✓ Lyrics Verified 

Nar Khov Mat Na Re Kaya Dupato Jari Ko

दोहा : धन चाहे तो दान कर मुक्ति चाहे तो भज राम
हाड़ मास का पुतला बिन भजन किस काम
टेर : नर खोव मतना रे काया दुपटो जरी को।
नर जपले क्योनी रे सांचो नाम हरी को।।
नर खोव मतना रे……।1।

काम न करयो तो, मने धोखो कोणी आवे।
मन धोखो आवे रे, माया जड़ धरी को।।
नर खोव मतना रे……।2।

राम न भज्यो तो, मने धोखो कोणी आवे।
मने धोखो आवे रे, पर निंदा करी को।।
नर खोव मतना रे……।3।

कथा न सुनी तो, मने धोखो कोणी आवे।
मने धोखो आवे रे, चुगली चाला करे को।।
नर खोव मतना रे……।4।

तीर्थ न करयो तो, मने धोखो कोणी आवे।
मने धोखो आवे रे, गली गली में फिरे को।।
नर खोव मतना रे……।5।

कहत कबीर, सुनो रे भाई साधो।
खोय दियो रे, हीरो असल कणी को।।
नर खोव मतना रे……।6।

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