May 28, 2019
क्या लेकर तूं आया जगत में , क्या लेकर तूं जायेगा।Lyrics Verified
टेर : क्या लेकर तूं आया जगत में , क्या लेकर तूं जायेगा।
सोच समझ ले – रे ,मन मूरख आखिर में पछतावेगा।।
भाई बन्धु और मित्र प्यारे , मर्घट तक संग जायेंगे ,
सवार्थ के दो आंसू देकर लॉट -लॉट घर आवेंगे ,
कोई न तेरे साथ चलेगा ,एक अकेला जावेगा।
क्या लेकर तूं…..
क्यों जग में अभिमान करे तूं और कहे घर मेरा हैं ,
ये तेरी जागीर नहीं हैं ,जोगी वाला डेरा है ,
दान करो हरी नाम सुमर ले ,वो तेरे संग जावेगा।
क्या लेकर तूं…..
राज रंक पुजारी पंडित ,सबको एक दिन जाना है ,
आँख खोलकर देख बावले ,जगत मुसाफ़िर रवाना हैं ,
किसके लिए धन जोड़ रहा है ,कौन इसे ले जावेगा।
क्या लेकर तूं…..
अन्नक्षेत्र श्री राम मंदिर ,में दिन दुखी सेवा है,
दया दान ही सच्चा सुख है ,बिना गुठली का मेवा है ,
राम नाम का सुमिरन कर ले ,कभी नहीं पछतावेगा।
क्या लेकर तूं…..