भगत के वश में है भगवान

Bhagat Ke Vash Mein Hai Bhagawaan

भगत के वश में है भगवान – 4
भगत बिना ये कुछ भी नहीं है – 2
भगत है इसकी जान
भगत के वश में है भगवान
भगत के वश में है भगवान
भगत बिना ये कुछ भी नहीं है – 2
भगत है इसकी जान
भगत के वश में है भगवान – 4

◾️ भगत मुरली वाले की रोज बृन्दावन डोले
कृष्णा को लल्ला समझे
कृष्णा को लल्ला बोले
कृष्णा को लल्ला समझे
कृष्णा को लल्ला बोले
श्याम के प्रेम में पागल
हुई वो श्याम दीवानी
अगर भजनो में लागे छोड़ दे दाना पानी – 2
प्यार करन वो लगी इससे अपने पुत्र सामान
भगत के वश में है भगवान – 4

◾️ वो अपने कृष्णा इससे को कलेजे से लगा के रखे
हमेशा सजा कर रखे की लड़ लड़ा कर रखे
वो दिन में भाग के देखे
की रात में जाग के देखे
कभी अपने कमरे से
श्याम को झाँक के देखे – 2
अपनी जान से ज्यादा रखती अपने लल्ला का ध्यान
भगत के वश में है भगवान – 4

◾️ वो लल्ला लल्ला पुकारे हाय क्या जुल्म हुआ रे
बुढ़ापा बिगड़ गया जी लाल मेरा कैसे गिरा रे
बुढ़ापा बिगड़ गया जी लाल मेरा कैसे गिरा रे
जाओ डॉक्टर को लाओ लाल का हाल दिखाओ
अगर इसको कुछ हो गया मुझे भी मार गिराओ
अगर इसको कुछ हो गया मुझे भी मार गिराओ
रोते रोते पागल हो गयी रोते रोते पागल गयी
घर वाले परेशान
भगत के वश में है भगवान – 4

◾️ नब्ज को टटोल के बोले
ये तेरा लाल सही है
कसम खा के कहता हूँ कोई तकलीफ नहीं है
वो माथा देख के बोले ये तेरा लाल सही है
माई चिंता मत करियो कोई तकलीफ नहीं है
जोहि सीने से लगाया पसीना जैम कर आया
उसने कई बार लगाया और डॉक्टर चकराया
धड़क रहा सीना लल्ला का – 2
मूर्ति में थे प्राण
भगत के वश में है भगवान – 4

◾️ देख तेरे लाल की माया बड़ा घबरा रहा हूँ
जहा से तू लल्ला ले वही पे जा रहा हूँ – 2
लाल तेरा जग जग जिए बड़ा एहसान किया है
आज से सारा जीवन उसी के नाम किया है – 2
बनवारी तेरी माँ नहीं पागल पागल सारा जहाँ
भगत के वश में है भगवान – 4
भक्त बिना ये कुछ भी नहीं है – 2
भक्त है इसकी जान
भगत के वश में है भगवान – 4

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