राधिका गौरी से बृज की छोरी से

Radhika Gori Se Birj Ki Chhori Se

कृष्ण – राधिका गौरी से बृज की छोरी से
मैया कराय दे मेरो ब्याह
यशोदा – उम्र तेरी छोटी है नजर तेरी खोटी है
कैसे करा दूँ तेरा ब्याह
– राधिका गौरी से
कृष्ण – जो नहीं ब्याह करावे, तेरी गैया न चारो
आज के बाद मोरी मैया, तेरी देहली पर ना आऊँ
आयेगा रे मजा, रे मजा, अब जीत हार का
– राधिका गौरी…
कृष्ण – चन्दन की चौकी पर, मैया तुझे बैठौ
अपनी राधिका से मैं, चरण तोरे दबवाऊ
भोजन बनवाऊंगा, बनवाऊंगा, मैं छतीस प्रकार
– राधिका गौरी…
कृष्ण – छोटी सी दुल्हनिया, जब अंगना में डोलेगी
तेरे सामने मैया, वो घुँघुरु न खोलेगी
दाऊ से, जा कहो, जा कहो बैठेंगे द्वार पे
– राधिका गौरी…
यशोदा – सुन बातें लल्ला की, मैया बैठी मुस्काये
लेकर के बलैयां, अपने हिवड़े सूं लगाये
नजर कही, लग जाये ना, मेरे ही
– राधिका गौरी…

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