मुझे श्याम तेरा सहारा न होता

Mujhe Shyam Tera Sahara Na Hota

मुझे श्याम तेरा
सहारा न होता
तो दुनिया में
मेरा गुज़ारा न होता …2

◾️ जीने को जीते थे
मगर मर मर कर जीते थे
मज़बूरी में दिन रात मेरे
रो रो कर बीते थे
रो रो कर तुझको
पुकारा न होता …2
तो दुनिया में
मेरा गुज़ारा न होता …2
मुझे श्याम तेरा
सहारा न होता
तो दुनिया में
मेरा गुज़ारा न होता …2

◾️ दरबार में आकर के
श्याम मेरा वक़्त गुजर जाता है
सुनते है तेरे दर पे
बुरा से बुरा सुधर जाता है
कर्मो को मेरे तुमने
सुधार न होता …2
तो दुनिया में
मेरा गुज़ारा न होता …2
मुझे श्याम तेरा
सहारा न होता
तो दुनिया में
मेरा गुज़ारा न होता …2

◾️ नालायक पर भी श्याम प्रभु
किरपा बरसते हो …2
स्वार्थ की दुनिया में
तुम्ही बस प्रेम दिखाते हो
संजू को तुमने जो
निहारा न होता …2
तो दुनिया में
मेरा गुज़ारा न होता ….2
मुझे श्याम तेरा
सहारा न होता
तो दुनिया में
मेरा गुज़ारा न होता …4

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